अशोक कुमार कौशिक

नारनौल । व्यापारी नेता व राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने केन्द्र की सरकार से छोटे व्यापारियों व दुकानदारों के लिए विशेष पैकेज जारी करने की मांग की है। श्री बुवानीवाला आज एक निजी होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के हितों के लिए वे केन्द्र व हरियाणा की सरकार के सामने अपनी मांगें उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे 18 अक्तूबर को पानीपत में एक राज्य स्तरीय व्यापारी सम्मेलन आयोजित करेंगे। जिसमें व्यापारियों के हितों को लेकर अगली रणनीति पर चर्चा की जाएगी।

श्री बुवानीवाला ने कहा कि कोरोना काल में छोटे व मझले दुकानदारों व व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे दुकानदार अब कंगाली के कगार पर पहुंच गए हैं तथा उनका धंधा बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यापारियों व दुकानदारों को केन्द्र की सरकार विशेष पैकेज की घोषणा करे तथा उनके पैकेज की राशि सीधे उनके खातों में जाए।

कृषि कानून पर बोलते हुए श्री बुवानीवाला ने कहा कि इस कानून में काफी विसंगतियां हैं, जिन्हें केन्द्र की सरकार को कानून में संशोधन के साथ दूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए यह जरूरी है कि सरकार किसान, व्यापारी व आम उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए कानून बनाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने व्यापारियों पर दोहरी मार की है। पहले तो सरकार ने व्यापारियों की आढ़त को दो व अढ़ाई प्रतिशत से एक प्रतिशत की तथा बाद में एक प्रतिशत आढ़त भी छीन ली है। अब मंडी में लाइसेंस लेकर बैठे व्यापारी को बर्बाद करने के लिए कृषि कानून लाया गया है। इस नए कानून के बाद सहकारी समितियों को लाभ मिलेगा तथा अफसरशाही हावी होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार ने कृषि कानून बनाते समय एम.एस.पी. के बारे में चुप्पी साध ली। सरकार ने न तो एम.एस.पी. हटाने की बात की तथा न ही एम.एस.पी. को लागू करने की बात का उल्लेख किया।

श्री बुवानीवाला ने कहा कि केन्द्र की सरकार ने पहले तो कपड़ा उद्योग पर जी.एस.टी. लगाया था तथा अब कपड़ा उद्योग को बर्बाद करने के लिए उस पर एक प्रतिशत टी.सी.एस. लगा दिया है। इससे कपड़ा व्यापारी की कागज कार्रवाई बढ़ गई है। उन्होंने टी.सी.एस. को हटाने व कर प्रणाली को सरल करने की मांग की है। इस अवसर पर उनके साथ संगठन के प्रदेश संयोजक गुलशन डंगु, संदीप नूनीवाल, मुकेश मित्तल, सीताराम सर्राफ, महेश कुमार, रोहतास अग्रवाल तथा राजेश अग्रवाल आदि उपस्थित थे। 

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