2 अक्टूबर 2020 . गांधी जयंती के अवसर पर स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने पुष्पाजंली अर्पित करके राष्टï्रपिता महात्मा गांधी को अपनी श्रद्घाजंली दी। इस अवसर पर कपिल यादव, अमन कुमार, अजय कुमार, प्रदीप कुमार ने भी अपने श्रद्घासुमन अर्पित किए। इस अवसर विद्रोही ने कहा कि भारत को अंग्रेजों से आजादी राष्टï्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व व उनके दिखाये रास्ते पर चले आंदोलन के फलस्वरूप ही मिली। सत्य, अंहिसा व सत्याग्रह को हथियार बनाकर जिस तरह से महात्मा गांधी ने भारत से 200 वर्ष का अंग्रेजी शासन उखाडक़र देश को आजाद करवाया, वह पूरी दुनिया के लिए प्ररेणा का स्त्रोत है। सत्य, अंहिसा एवं सत्याग्रह को अपनाकर बड़ी से बड़ी ताकत को झुकाया जा सकता है, यह पूरी दुनिया ने भारत से ही सीखा। विद्रोही ने कहा कि समाज के अंतिम आदमी को आजादी का लाभ कैसे मिले, यही आजादी की मूल कसौटी बापू ने मानी थी। महात्मा गांधी का स्पष्टï मानना था कि योजना वहीं सही हो सकती है, जिससे समाज के अंतिम आदमी तक लाभ उसका लाभ पहुंचे। आजादी आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी जी द्वारा छेड़ा गया छुआछुत आंदोलन से दलित वर्ग को सदियों के शोषण से मुक्ति मिली थी। गांधी जी ने ग्राम स्वराज की परिकल्पना दुनिया के सामने रखी ताकि सत्ता का विकेन्द्रीयकरण होकर सबकों सत्ता का लाभ मिले। विद्रोही ने कहा कि गांधी जी धर्मनिरपेक्षता, साम्प्रदायिक सौहार्द व सामाजिक सदभाव के प्रबल समर्थक थे। आज भी 21वीं सदी में गांधी जी के विचार उतने ही प्रसांगिक है, जितने उनके जीवन काल में थे। गांधी जी के विचारों पर चलकर ही हम सही समाज का निर्माण कर सकते है जिससे गैरबराबरी व शोषण ना हो। गांधी जी के विचारों पर चलने का संकल्प लेकर ही हम गांधी जी को श्रद्घाजंली देने के सही पात्र बन सकते है। विद्रोही ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर पुष्पाजंली अर्पित करके अपनी भावभीनी श्रद्घाजंली दी। विद्रोही ने कहा कि शास्त्री जी की सादगी, त्याग की भावना, उनका ईमानदारीपूर्ण जीवन व राष्टï्र के प्रति की गई सेवाओं को देश कभी नही भूला सकता। शास्त्री जी ने अपने 18 माह के प्रधानमंत्री के कार्यकाल में जो अमिट छाप देश पर छोड़ी व उनकी महानता का प्रतीक है। इस अवसर पर कपिल यादव, अमन कुमार, अजय कुमार, प्रदीप कुमार ने भी अपने श्रद्घासुमन अर्पित किए। Post navigation हाथरस पर रोयें या जय श्री राम बोलें ? कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी ने कहा