1 अक्टूबर 2020. स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की किसान बिलों के विरोध में प्रस्तावित ट्रैक्टर यात्रा को हरियाणा में न घुसने देने की गृहमंत्री अनिल विज की धमकी की कठोर आलोचना करते हुए इसे अलोकतांत्रिक, तानाशाही, फासीजम की भाषा बताया।

विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पूरे देश में कहीं भी कंाग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में शिरकत करने व मोदी-भाजपा सरकार की जनविरोधी, किसान, मजदूर व आम आदमी विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करने, आवाज उठाने का लोकतांत्रिक व संवैद्यानिक अधिकार है जिसे किसी भी हालत में दबाया नही जा सकता। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रदेश में कहीं भी किसान बिलों व श्रमिक विधेयक पर विरोध कार्यक्रम करने का अधिकार है जिसे संघी फासीजम छीन नही सकता।

 विद्रोही ने कहा कि हरियाणा के गृहमंत्री ने यह कहकर अपनी कानूनी मर्यादा लांघी है कि वे राहुल गांधी की प्रस्तावित ट्रैक्टर यात्रा को हरियाणा में घुसने नही देंगे। अनिल विज का उक्त कथन बताता है कि संघीयों का लोकतंत्र व संविधान में विश्वास नही है और वे देश में फासीजम थोपना चाहते है। कल सरकार कहेगी कि बरोदा विधानसभा उपचुनाव प्रचार में किसान बिलों व श्रमिक विधेयक के खिलाफ अवाज उठाने से कानून व्यवस्था खराब होगी और कांग्रेस नेतृत्व को चुनाव प्रचार नही करने देंगे। संधीयों का दंभपूर्ण आचरण लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।

विद्रोही ने कहा कि यदि भाजपा सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रस्तावित ट्रैक्टर यात्रा में सत्ता बल व पुलिस दुरूपयेाग से बाधा डालने का कुप्रयास किया तो हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी इसका करारा जवाब संघी सरकार को देगी। कांग्रेस संघी सरकार की धमकियों से झुकने वाली नही। विद्रोही ने कहा कि किसान बिलों व श्रमिक विधेयक के खिलाफ कांग्रेस को लोकतांत्रिक व गांधीवादी तरीके से आंदोलन करने व विरोध में आवाज उठाने से कोई भी नही रोक सकता। यदि संघीयों ने सत्ता मद में चूर होकर ऐसा दुस्साहस किया तो उसके दुष्परिणाम भुगतने को तैयार रहे। 

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