– गुरुग्राम जिला के मत्स्य किसान ने पेश किया उदाहरण, पहली बार में ही 16 हजार किलो मछली का किया उत्पादन

गुरुग्राम 30 सितंबर। बेरोजगार युवाओं के लिये मछली पालन में रोजगार की आपार संभावनाएं हैं। अब किसान मत्स्य पालन व्यवसाय अपनाकर एक बेहतर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। उपायुक्त अमित खत्री ने आज यह बात कहते हुए बताया कि मत्स्य पालन के लिए सरकार सब्सिडी देती है। सामान्य वर्ग के व्यक्ति को सरकार की ओर से 40 प्रतिशत सब्सिडी और महिला व अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्ति को 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है। 

मत्स्य पालन के बारे में वितस्तार से जानकारी देते हुए जिला मत्स्य अधिकारी धमेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुग्राम जिला के नौजवान मत्स्य किसानों ने अन्य मत्स्य किसानों के लिए पहली बार में ही 16 हजार किलोग्राम का उत्पादन करते हुए एक उदाहरण पेश किया है। जिला के खेड़ा झांजरोला में मत्स्य पालन कर रहे मत्स्य किसान साहिल शर्मा और रिचा शर्मा ने पहली बार में ही दो हेक्टेयर में 8 -8 हजार किलो ग्राम सफेद झींगा का उत्पादन किया जो अपने आप में एक बड़ा उत्पादन है। 

उन्होंने बताया कि इन दोनों किसानों ने एक एक हेक्टेयर भूमि पर जून महीने में मछली के लिए बीज डाले थे और सितंबर महीने तक इन्होंने कुल 16 हजार किलो ग्राम मछली का उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि इन दोनों किसानों ने राष्ट्रीय किसान विकास योजना के अन्तर्गत हरियाणा सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ लेते हुए यह व्यवसाय शुरु किया। इन्होंने एक बेहद कम समय में अच्छा मुनाफा भी कमाया। 

श्री सिंह ने बताया कि 1 हेक्टेयर भूमि पर मछली के उत्पादन के लिए एक विशेष तालाब का निर्माण करना होता है, जिसके बाद निर्माण लागत राशि की भरपाई सब्सिडी के तौर पर दी जाती है। उन्होंने बताया कि मत्स्य उत्पादन में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मत्स्य किसान एक हेक्टेयर झींगा पालन से एक साल में दो फसल लेकर 10 से 15 लाख रुपए तक की आमदनी प्राप्त कर सकता है।

 मत्स्य पालन के व्यवसाय से जुड़ने के लिए जिला मत्स्य कार्यालय, लघु सचिवालय की तीसरी मंजिल के कमरे नंबर 297 – 298 में संपर्क करके अपना प्राथना पत्र दे सकते हैं। कार्यालय के दूरभाष नंबर 0124-2300115 पर संपर्क करके भी जानकारी ली जा सकती है।

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