पंचायत भवन से जिला उपायुक्त कार्यालय तक किया पैदल मार्च. बीरू सरपंच की अध्यक्षता में डीसी कार्यलाय के बाहर 35 से ज्यादा ज्ञापन एसडीएम को सौंपे गुरुग्राम, 24 सितम्बर : जिले के 38 गांवों को नगर निगम में शामिल करने के विरोध में आज बीरू सरपंच की अध्यक्षता में 38 ग्राम सभाओं के लोगों ने अलग-अलग ज्ञापन जिला उपायुक्त कार्यालय में एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौपे गए। वहीं उन से गुहार लगाते हुए कहा कि वह किसी भी हाल में अपने गांवों को नगर निगम में शामिल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि 2009 के बाद से नगर निगम में शामिल किए गए गांव की पहले से ही दुर्दशा है। इसकी जानकारी उन्हें अच्छी तरह से है, आरोप लगाते हुए कहा कि निगम केवल गांव की करोड़ों रुपए की संपत्ति तथा करोड़ों रुपए की एफडी को हड़पने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। यदि किसी भी प्रकार से उनके गांवों को निगम में शामिल किया गया तो इसको लेकर वे बड़ा आंदोलन करेंगे। मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वह इस प्रस्ताव को निरस्त कर ग्राम सभाओं को ही सशक्त बनाने का कार्य करें। गुड़गांव जिले के 38 गांवों को निगम में शामिल करने के विरोध में 38 गांव संघर्ष समिति की कमेटी विरोध करने के लिए पूरी तरह से मैदान में उतर सामने आ गई है। बीरू सरपंच ने कहा कि 38 गांव के लोगों ने साफ कर दिया है कि किसी भी हाल में वह अपने गांवों को निगम में शामिल नहीं करने देंगे। जिस पर मुख्यमंत्री को संज्ञान लेते हुए जल्द इस प्रस्ताव को रद्द करना चाहिए। वही रविंद्र यादव पलड़ा का कहना है कि उन्हें ज्ञात है पूर्व में निगम में शामिल किए गए गांव में आज तक कोई विकास कार्य नहीं हो सके। सरपंच के पास पावर ज्यादा होती है जो कि गांव में विकास कराने के लिए सक्षम होता है। किसी भी सूरत में वह अपने गांव को निगम में शामिल नहीं होने देंगे। इस मौके पर बीरू सरपंच सहित सेकड़ो लोग इस प्रदर्शन में शामिल हो निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और भेदभाव के आरोप लगाये। Post navigation लघु कहानी: परिभाषा CIA मानेसर ने मुठभेड़ के बाद 2 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया