पुलिस के दवाब में किया आत्मसम्पर्ण ।— आज कोर्ट पेश करके 5 दिन का लिया पुलिस रिमांड,रिमांड के दौरान खुलेंगे कई राज । अशोक कुमार कौशिक नारनौल । शहर नारनौल में गोली चलाकर फिरौती मांगने के मामले में गैंग लीडर प्रदीप उर्फ अन्ना पुत्र चंद्रभान व उसका साथी लोकेश पुत्र विनोद कुमार वासी नई सराय नारनौल ने बीते कल सीआईए में आकर आत्मसम्पर्ण कर दिया था। आरोपियो को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार पीछा कर रही थी। कल देर रात आत्म समपर्ण के बाद दोनों को गिरफ़्तार किया। आज दोनों आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, रिमांड के दौरान कई राज खुलने की संभावना है पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बतलाया कि पिछले महीने की 27 व 28 तारीख को शहर नारनौल के मोहल्ला नई सराय व हुड्डा कालोनी नारनौल में गोली चलाकर दहशत फैलाने वाली गैंग का सीआईए नारनौल ने किया पर्दाफाश करके गैन्ग लीडर प्रदीप उर्फ अना सहित अब तक 7 लोग गिरफ्तार किये है । कल देर शाम को प्रदीप उर्फ अन्ना व इसके साथी लोकेश पुत्र विनोद कुमार को एक योजना के तहत अन्ना के पिता ने सीआईए में लाकर पेश किये जिनको सीआईए ने गिरफ्तार किया है । — लोक डाउन में ही बनी थी गैंग, रुपयों की थी जरूरत । प्रदीप उर्फ अन्ना मूल रूप से झाड़सा गुरुग्राम का रहने वाला है, और 8 वर्ष से नसीबपुर मे किराये पर रह रहा था। उसका परिवार नारनौल के समीप ढाणी अफगान में 2 वर्ष से रह रहा हैं। प्रदीप के बताए अनुसार कमेटी चलाता था जो ब्याज का काम करता था जिसमे इसका हाथ तंग हो गया और कर्ज हो गया। इसे रुपयों की सख्त जरूरत थी। पेपर में रंगदारी मांगने जैसी खबर पढ़ता था ।बस तभी मन मे ठान लिया कि एक ऐसी गैंग बनाई जाए जो लोगो मे दहशत फैला दे ओर फिर फोन करते ही लोग रुपये दे दे । इस काम के लिए इसका एक दोस्त कासनी गांव के साथी ने अन्ना को परवीन पुत्र हरदेवा वासी उमरा से मिलवाया। तब परवीन ने अन्ना के लिए लड़को का प्रबंध करने व हथियार भी मुहैया कराने की जिम्मेवारी ली। इसके साथ अन्ना की लोकेश से जान पहचान राकेश पुत्र रामनिवास ने कराई थी। अब 2 लड़के लोकल व 5 लड़के जिला हिसार व खुद अन्ना इनकी आपस मे बात हो गई। अन्ना ने कहा कि सबका हिस्सा बराबर का होगा। फिर अन्ना को परवीन के पूरा प्लान समझाया। ओर पर्ची पर लिखकर देना भी परवीन का प्लान था। इन्होंने पहले शहर में अन्ना के साथ कई दिन रेकी की। लोकेश ने ही अपने मुहल्ले के रवि कुमार गुप्ता के मकान को टारगेट करने को कहा। दूसरा टारगेट हुड्डा कालोनी में रह रहे बीजेपी नेता दया राम का मकान था। लोकेश दोनों वारदातों में साथ रहा हैं। फिर इन्होंने 27 को नई सराय रवि कुमार ओर 28 को दयाराम भाजपा नेता के घर हुड्डा कालोनी में वारदात को अंजाम दिया। दया राम के लड़के के पाव में गोली मार कर पर्ची थमा दी। उसके अगले दिन ही ये सभी नारनौल से निकल गए — रुपये खत्म होने पर ओर भागने की हिम्मत नही थी प्रवक्ता ने बताया सीआईए नारनौल को इस गैंग का सुराग 48 घण्टे में ही सुराग लगा लिया। इनको पकड़ने के लिए दिन रात एक कर दिया। सबसे पहले इस गैंग के 3 सदस्य , सोमबीर,रोहित राकेश को 4 सितम्बर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद सोनू पुत्र जय भगवान ,विकाश पुत्र पवन कुमार को गिरफ्तार किया। इसके बाद प्लान का मास्टर माइंड परवीन पुत्र हरदेवा को गिरफ्तार किया गया। इनकी गिरफ्तारी के बाद सीआईए नारनौल पूरी तरह अना के पीछे लग गई। कई ठिकानों पर छापामारी की गई। पर आरोपी ठिकाने बदलता रहा। आरोपी अन्ना व लोकेश के रुपये खत्म हो गए रुपयों का प्रबंध नही हो सका। आखिर में पुलिस के दवाब के चलते आरोपी अन्ना व लोकेश ने अपने परिवार के साथ सीआईए में आकर आत्मसम्पर्ण कर दिया। इनको आज अदालत से 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है रिमांड के दौरान बहुत सी वारदातों का खुलासा होने की संभावना हैं । – दिल्ली समेत 3 जिलों में मुकदमे दर्ज प्रवक्ता के अनुसार इस शातिर गैंग लीडर प्रदीप उर्फ अन्ना के खिलाफ रोहतक ,सोनीपत, दिल्ली में 420 IPC समेत कई धारा में मुकदमे दर्ज है। इन सभी मुकदमो में आरोपी कोर्ट से पीओ घोषित किया हुआ है। इसकी तलाश दूसरे जिले की पुलिस को भी थी। इसी आरोपी अन्ना ने 2009 में नारनौल अनाज मंडी के व्यापारी को गोली मार दी थी। शातिर अन्ना ने ही गैंग के मेम्बरों को पूरी तरह यह आश्वाशन दिया था कि तुम्हारे हर केश की पैरवी मै करूँगा। पकड़े जाने पर सारा खर्च में करूँगा । – शुरुआत में इनका 6/7 जगह टारगेट था प्रवक्ता ने बतलाया प्रदीप उर्फ अन्ना ने शुरुआत में शहर नारनौल में 6/7 जगह फिरौती मांगने का टारगेट रखा था। शुरुआत में अन्ना चाहता था कि हमे भले फिरौती न मिले पर इतनी दहशत लोगो मे अन्ना गेंग की हो जाये कि जब भी किसी को फोन करे वह इतना डर जाए कि किसी को न बताकर फिरौती की रकम हमे दे दे। अपराधियो को नही पनपने दिया जाएगा — एसपी जिला पुलिस कप्तान चंद्रमोहन ने जिले का कार्यभार संभालते ही कह दिया था कि अपराधी मेरे टारगेट पर रहेंगे। अपराध व अपराधियो को जिले में किसी भी सूरत नही पनपने दिया जाएगा। सीआईए व साईबर टीम के कार्य की प्रशंसा की ओर इस टीम के सभी सदस्यों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा। सीआईए टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर अनिल कुमार,एएसआई अशोक , लाल सिंह ऋषि , एचसी राकेश ,भूपेंद्र, अनिल, घनश्याम व अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे । Post navigation मुख्यमंत्री ने अहीरवाल को एक और रेलमार्ग की दी सैद्घांतिक स्वीकृति शहीदी दिवस पर अलका यादव ने साहित्यकार रविंद्र यादव के दूसरे छंद संग्रह का किया लोकार्पण