बिल्डर जब प्लाट बेच रहे थे तब कहां थे. गरीब जब मकान बना रहे थे तब क्यों नहीं रोका. अगर मकान और जमीन अवैध है तो तहसील में ऐसी जमीनों की रजिस्ट्री कैसे हुई.  गरीबों की बद्दुआ ना ले सरकार नहीं तो समय जनता का भी आएगा

गुड़गांव 15 सितंबर. गुरुग्राम में अवैध बसी हुई कॉलोनियों में इन दिनों प्रशासनिक अधिकारी तोड़फोड़ का अभियान चला रहे हैं जिसमें सैकड़ों गरीब तबके के लोगों के खून पसीने की कमाई से बने आसियान जमींदोज हो रहे हैं जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में सरकार और प्रशासन पर रोष तेजी से बढ़ रहा है। इस संदर्भ में नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ट गोयल ने मौजूदा सरकार और प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर प्रशासनिक अधिकारी किसके इशारे पर गरीबों का आशियाना उजाड़ रहे हैं।

श्री गोयल ने सवाल किया कि जब सफेदपोश नेता बिल्डर बनकर इन जमीनों की प्लाटिंग कर रहे थे उस समय प्रशासनिक अधिकारी कहां थे अगर कालोनियां अवैध हैं। तो कालोनियों  के बसते समय यह अधिकारी कहां थे यह अधिकारी उस समय कहां थे। जब इन्हीं जमीनों की रजिस्ट्री करके गरीब तबके के लोगों में छोटे छोटे प्लाट कर के बेचे गए आखिर सरकार चाहती क्या है। गरीब सिर्फ सड़क पर रहे गरीब आखिर जाए तो जाए कहां सरकार में प्रधानमंत्री मोदी एक तरफ तो हर गरीब को छत देने की बात करते हैं। वहीं दूसरी ओर इसी सरकार में गरीबों की छत छीन ली जा रही है। यह गरीब तबके के लोगों के साथ बर्बरता और कायराना हरकत है।

श्री गोयल ने कहा कि आखिर गरीब इन अवैध कालोनियों में जमीन ना खरीदे तो जाएं कहां यह भी सरकार और सरकार के अधिकारी मकान तोड़ने से पहले बताएं क्योंकि अवैध कालोनियों में जितने पैसे में गरीबों का मकान बनता है वैध जमीनों पर वह पूरी जिंदगी में अपने लिए मकान नहीं बना सकते यह सब सरकार और सरकारी तंत्र को पता है बावजूद इसके सही मायने में जिन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन पर तो कार्यवाही नहीं होती सरकारी तंत्र उन पर बुलडोजर चलाने पहुंच जाता है। जिनके पास शक्ति नहीं होती श्री गोयल ने कहा कि अगर प्रशासनिक अधिकारियों में हिम्मत है तो सबसे पहले उन लोगों पर कार्रवाई करें। जिन लोगों ने गरीब लोगों को आशियाने का सपना दिखाकर उनकी जीवन भर की कमाई जमीन बेचकर हड़प ली और वह नेता बनकर घूम रहे अधिकारियों में दम है तो किसी भी मकान को अवैध करार देने से पहले उन पर कार्रवाई जरूर करें। जिन्होंने अवैध जमीनों को बेचा है.

वशिष्ट कुमार गोयल ने सरकार से मांग की है कि गुरुग्राम में चल रहे तोड़फोड़ अभियान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। सरकार को अगर तोड़फोड़ करनी है तो करें लेकिन जिन मकानों को तोड़ा जा रहा है उन गरीबों को पहले दूसरे स्थान पर मकान दे। उन्होंने कहा कि गरीबों की बद्दुआ सरकार ना ले नहीं तो इनका भी समय एक दिन जरूर आएगा।

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