गुरुग्राम। प्रदेश सरकार ने एकबार फिर किसानों पर लाठीचार्ज के जरिये अपना बर्बर चेहरा दिखाया है। शनिवार को सुबह 11 बजे मिनी सचिवालय पर बेलसोनिका यूनियन, ट्रेड यूनियन लीडर व श्रमिक नेताओं, पीटीआई टीचरों, गुरुग्राम जिले के दर्जनों किसानों ने राष्ट्रपति महोदय के नाम किसानों को न्याय दिलाने के लिए तथा तीन कृषि अध्यादेशों को तुरंत निरस्त करने के लिए नायब तहसीलदार रण सिंह के मार्फ़त ज्ञापन सौंपा।

श्रमिक नेता कुलदीप जांघू ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पिपली में तीनों कृषि अध्यादेशों के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों, व्यापारियों, मजदूरों पर हरियाणा पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करवाया, जिससे किसानों को गहरी चोटें आई हैं और ऊपर से उनपर झूठे मुकद्दमे लगाए गए। बेलसोनिका यूनियन के पदाधिकारी अतुल व अजित ने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए व इसकी सीबीआई जांच की मांग की। साथ ही निजीकरण के खिलाफ कड़े कदम उठाने की भी मांग की।

पीटीआई टीचरों के नेता महेश मान, दीपक आदि नेताओं ने हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज के दिए उस बयान की कड़ी निंदा की जिसमे उन्होंने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज नहीं किया।

कितने शर्म की बात है कि ये कहावत आज देखने को मिली कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, पूरे देश ने सोसल मीडिया पर आये फोटो वीडियो में साफ दिखाई दिया है कि पुलिस ने बर्बरता से किसानों पर लाठीचार्ज किया है। किसानों को न्याय दिलाने व ज्ञापन देने में बेलसोनिका यूनियन से अतुल कुमार, अजित सिंह, मोहिंदर कपूर, राकेश, अरविंद, श्रमिक नेता कुलदीप जांघू, मुंजाल शोवा से सुरेंद्र जांगड़ा, अजित हुड्डा, पीटीआई नेताओं में महेश मान, दीपक, पवन, प्रेमसागर, बबिता देवी, किसानों में अरविंद, ओमप्रकाश, रणबीर, महेश जांघू, आदि मौजूद थे।

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