गुरूग्राम, 9 सितंबर। अचल संपत्ति की खरीद फरोख्त का पंजीकरण सरल व सुचारू करने के उद्देश्य से जिला के तहसील कार्यालयों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों के लिए आज ई-अप्वाइंटमेंट देने को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे टोकन लेने संबंधी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों ने ई-अप्वाइंटमेंट संबंधी संशयों को भी दूर किया। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम ठीक प्रातः 11 बजे शुरू हुआ जो दोपहर 1 बजे तक चला। इस दौरान सभी ने ई-अप्वाइंटमेंट प्रणाली की बारीकियों को समझा ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो। एनआईसी के जिला सूचना विज्ञान अधिकारी लक्ष्मीनारायण गुप्ता ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि ई-अप्वाइंटमेंट से जहां एक ओर दलालो और बिचैलियों की भूमिका समाप्त होगी, वहीं दूसरी ओर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में पहले की अपेक्षा ज्यादा पारदर्शिता आएगी। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत अप्वाइंटमेंट के लिए नया साॅफटवेयर बनाकर इसका सरलीकरण किया गया है। लोग घर बैठे ‘जमाबंदी डाॅट जीओवी डाॅट इन‘ के माध्यम से ई-अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं। 

इसके अलावा, ई-अप्वाइंटमेंट से मिलने वाले टोकन से रजिस्ट्री करवाने के लिए टाइम स्लाॅट मिलेगा। लोग दिए गए टाइम स्लाॅट अनुसार तहसील कार्यालय में आकर प्रोपर्टी का रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इससे उनके समय की बचत होगी और उन्हें व्यर्थ में तहसील कार्यालय के चक्कर नही लगाने पडे़ंगे। उन्होंने बताया कि जिला की सभी 6 तहसील तथा 3 उप तहसील कार्यालयों में रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू हो चुका है। इस साफटवेयर की विशेष बात यह है कि जब तक विभिन्न विभागों से संबंधित प्रोपर्टी के सभी डयूज क्लियर नही होंगे तब तक उसकी अप्वाइंटमेंट बुक नही हो सकती। इससे खरीददार को प्रोपर्टी के सही स्टेटस की जानकारी प्राप्त हो जाएगी। आज आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी रजिस्ट्रार व संयुक्त सब-रजिस्ट्रारों सहित ई-अप्वाइंटमेंट से जुड़े अन्य स्टाॅफ जैसे- कम्प्यूटर आप्रेटरों, जूनियर प्रोग्रामरों, वसीका नवीश तथा सभी स्टांप विक्रेताओं ने भाग लिया। 

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