चंडीगढ़। हरियाणा एजुकेशन मिनिस्टीरियल स्टाफ एसोसिएशन (हेमसा) ने आनलाइन ट्रांसफर में मिडल स्कूलों की पोस्ट को केप्ट करने के विरोध में शिक्षा मंत्री निवास पर 12 सितम्बर को प्रदर्शन का एलान किया है। हेमसा राज्य प्रधान शर्मिला हुड्डा व महासचिव सतीश सेठी ने कहा कि मिडल स्कूलों की पोस्ट केप्ट कर लेने से प्रदेश भर से सेकड़ो लिपिको को उनके गृह जिलो से 300 किलोमीटर दूर जबरी बदल दिया गया है। कोरोना महामारी के चलते न तो सार्वजनिक परिवहन सेवा पर्याप्त उपलब्ध है और संक्रमण के फैलाव के डर से ट्रांसफर हुए लिपिकों को नए स्थान पर रहने के लिए मकान तक किराए पर नही मिल रहा है। हेमसा वरिष्ठ उप प्रधान संदीप सांगवान व केशियर कमलजीत बख्तूआ ने कहा कि 13 अगस्त को शिक्षा मंत्री ने हेमसा के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया था कि किसी पोस्ट को केप्ट नही किया जाएगा। परंतु मंत्री महोदय ने देर रात को ही ट्रांसफर आॅर्डर जारी कर दिए। इससे लिपिकों में भारी रोष है। हेमसा के आंदोलन का समर्थन करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान सुभाष लाम्बा व उप महासचिव सबिता मालिक ने कहा कि ट्रांसफर का उद्देश्य कर्मचारी की कठिनाईयो को कम करना होता है ताकि वह अपनी ड्यूटी बिना किसी तनाव के कर सके। परंतु सरकार की यह आन लाइन ट्रांसफर पॉलसी कर्मचारी की मुश्किलें कम करने की बजाए बढ़ा रही है। इसलिए इस कर्मचारी विरोधी नीति को किसी भी सूरत में स्वीकार नही किया जा सकता है। Post navigation हिसार एयरपोर्ट पर टैक्सी-वे का काम शुरू, रन-वे एक्सटेंशन का कार्य भी जल्द होगा आरंभ – दुष्यंत चौटाला ग्रामीण जलघरों को पंचायत के अधीन करने पर लामबद्ध हुए कर्मचारी