भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। गुरुग्राम नगर निगम की सामान्य बैठक में पार्षद आरएस राठी ने बड़ा सवाल उठाया था कि वित्तीय कमेटी का गठन अभी तक क्यों नहीं हुआ। उनका कहना था कि मेयर टीम स्वयं ही लगभग तीन साल होने को आ गया, वित्तीय कमेटी पर काबिज है, उसका विधिवत गठन क्यों नहीं करती, इसके पीछे क्या कारण है? इसके साथ ही पार्षद राठी ने अनेक सवाल उठाए थे और कहा था कि निगम में भ्रष्टाचार व्याप्त है। उस समय उन्हें पार्षदों का अपेक्षित साथ नहीं मिला था।

उस बैठक के पश्चात से पार्षद राठी चुप नहीं बैठे। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वह निगम के भ्रष्टाचारों के प्रमाण एकत्रित करने में लगे हुए हैं। और सूत्र बताते हैं कि निगम की सामान्य बैठक में चाहे किसी कारण से पार्षद उनके पक्ष में नहीं बोले परंतु अब पार्षद भी एकत्रित होने लगे हैं।

राव इंद्रजीत ने इस मेयर टीम का गठन किया था और यह माना जाता है कि राव इंद्रजीत कहने को नहीं, अपितु वास्तव में भ्रष्टाचार में जीरो टोलरेंस हैं और वर्तमान में इस प्रकार पटौदी निगम पालिका में उनके विरूद्ध जाकर 10 पार्षद लामबंद हुए हैं। उसी प्रकार गुरुग्राम में भी स्थिति बन सकती है।

कुछ पार्षदों ने आज ही नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उन्होंने राव साहब को यहां से भ्रष्टाचार के समाचार पहुंचाए हैं और राव साहब ने हमें आश्वासन दिया है कि वह इस पर विचार और जांच कर कार्यवाही करेंगे। यह तो समय बताएगा कि आने वाले समय में निगम और निगम पार्षदों में क्या उठा-पटक होने वाली है।

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