बारी-बारी से सभी जिला की आशा वर्कर पहुंचेगी पंचकूला-चंडीगढ़ . हड़ताल वापस नहीं लेने पर एस्मा लगाने की दी गई चेतावनी बोली आशा सरकार की तरफ से कोई लिखित में आश्वासन नहीं फतह सिंह उजाला पटौदी। शुक्रवार को अपनी मांगों के समर्थन में लेकर आंदोलनरत आशा वर्कर्स एसोसिएशन के साथ सरकार की बातचीत होना तय किया गया था, लेकिन सरकार अथवा सरकार के प्रतिनिधियों के साथ आशा वर्कर्स के प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात नहीं होने के साथ-साथ किसी प्रकार का सकारात्मक सहयोग नहीं मिलने पर आशा वर्कर्स के द्वारा ऐलान किया गया कि अब उनकी यह हड़ताल आगामी 26 अगस्त तक जारी रहेगी । आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा संबद्ध सीटू व सहयोग सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के द्वारा ऐलान किया गया है कि अब पूरे प्रदेश की आशा वर्कर 26 अगस्त को विधानसभा सत्र आरंभ होने के मौके पर विधानसभा का घेराव करेंगी । इस प्रकार की जानकारी आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा की प्रतिनिधि सुरेखा के द्वारा दी गई है । इससे पहले पटौदी के नागरिक अस्पताल परिसर में सैकड़ों की संख्या में विभिन्न गांवों से आई हुई आशा वर्कर्स एकत्रित हुई और अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर सीटू के जिला सचिव धर्मवीर सिंह, युवा बसपा नेंता सुमित मिर्जापुर के अलावा आशा वर्कर की प्रधान मीरा के साथ-साथ आशा, कमलेश, अनीता, बेबी, पूजा , रानी , रेणु , बाला, पूनम , सुमनलता, राजरानी , सुनीता, रजनी सहित अनेक आशा वर्कर्स में अपने संगठन का हाथों में बैनर लेकर पटौदी के नागरिक अस्पताल परिसर में जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन किया । इस दौरान आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों के समर्थन में आशा वर्कर एकता जिंदाबाद-आशा वर्कर एकता जिंदाबाद के नारे लगाए । वही सरकार के द्वारा मांगे नहीं माने जाने से गुस्साई आशा वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ खुलकर प्रदर्शन करते हुए नारे भी लगाए। दोनों हाथों को आसमान की तरफ लहराते हुए और नारे लिखी पट्टियां हाथ में लिए आशा वर्कर्स के द्वारा, तख्त बदल दो और बेईमानों का राज बदल दो, खट्टर सरकार हो बर्बाद-हो बर्बाद, कच्ची नौकरी और पक्का काम अब नहीं चलेगा, समान काम समान वेतन की नीति लागू करो , अभी तो ली अंगड़ाई है बाकी अभी और लड़ाई है, जैसे गगनभेदी नारे भी लगाए गए । लघु सचिवालय परिसर में पहुंचने पर पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार की गैरमौजूदगी में एसडीएम कार्यालय के अधीक्षक ने आशा वर्कर्स का ज्ञापन सरकार के पास भेजने के लिए स्वीकार किया । इससे पहले पटौदी के ही नागरिक अस्पताल परिसर में विभिन्न गांवों की आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों का हवाला देते हुए कहा कि सरकार के द्वारा 21 जुलाई 2018 को जो नोटिफिकेशन जारी किया गया था उसके बचे हुए निर्णय और मांगों को अविलंब लागू किया जाए । सभी आशा वर्कर सरकार द्वारा हेल्थ वर्कर का दर्जा भी प्रदान किया जाए । आशा वर्कर्स एसोसिएशन की प्रधान मीरा और कमलेश में इसी मौके पर अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि सभी आशा वर्कर्स को सामुदायिक स्तरीय स्थाई कर्मचारी नियुक्त किया जाए । जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक हरियाणा सरकार के द्वारा सभी आशा वर्कर्स को न्यूनतम वेतन प्रदान किया जाए। इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए, साथ ही यह मांग भी की गई कि सभी आशा वर्कर को ईएसआई और पीएफ की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाए । आशा वर्कर्स ने कहा कि कोरोना कॉविड 19 महामारी के दौरान पूरा देश जानता है और पूरे देश ने देखा भी है कि आशा वर्कर्स ने किस प्रकार से अपना काम किया, अपनी जान जोखिम में डालकर नाम मात्र को सुरक्षा के संसाधन उपलब्ध करवाए जाने के बावजूद घर-घर जाकर सर्वे किया। साथ ही संक्रमित परिवारों की देखभाल के साथ विभिन्न प्रकार के आंकड़े भी सरकार के लिए एकत्रित किए हैं । उन्होंने सरकार से सवाल किया , सरकार यह सोचे यदि कोरोना कोविड-19 महामारी के दौर में आशा वर्कर्स नहीं होती तो इस बात में कोई गुरेज नहीं कि अमेरिका से भी बुरे हालात भारत में हो सकते थे और कोरोना कॉविड 19 बीमारी का कितना भयंकर रूप आज देश और लोगों के सामने होता ? यह सोचकर भी सांस अटक जाती है । इसी बीच प्रदर्शनकर्ता आशा वर्कर्स के पास चंडीगढ़ में शुक्रवार को होने वाली वार्ता के संदर्भ में जानकारी पहुंची तो इसके बाद संगठन के फैसले के मुताबिक सभी आशा वर्कर्स में ऐलान किया कि अब उनकी हड़ताल 26 अगस्त तक जारी रहेगी। अपनी मांगों को मनवाने के लिए 26 अगस्त को अधिक से अधिक संख्या में हरियाणा विधानसभा का घेराव करने के लिए भी पहुंचेगी। Post navigation अधिकारियों ने आम जनता को बना के रख दिया है फुटबॉल ! पुलिस को चैलेंज : … पकड़ो कौन है बन गए हैं कारों के दुश्मन !