सोहना। बाबू सिंगलासोहना कस्बे में दमदमा मार्ग पर स्थित शमशान के साथ लगता जोहड़ गंदगी का पर्याय बन कर रह गया है। उक्त जोहड़ में गंदा व दूषित पानी एकत्रित है जिसमे से हर वक्त बदबू निकलती रहती है। गन्दा पानी खड़ा होने से क्षेत्र में मच्छर व मखियों का प्रकोप बढ़ गया है।नागरिक गन्दे पानी के खड़ा होने से काफी परेशान हैं। जिससे इस क्षेत्र में भयंकर बीमारी फैलने की संभावना बनी हुई है। स्थानीय नागरिकों ने उक्त समस्या की शिकायत प्रशासन को कर दी है किंतु अभी तक भी कोई ठोस हल नही निकल सका है और न ही समस्या का समाधान ही हुआ है। विदित है कि सरकार ने वर्ष 1954 55 में की गई चकबंदी में शमशान के लिए अलग स्थान चिन्हित करके निर्धारित किया था। ताकि लोग संस्कार आसानी के साथ कर सकें। उक्त शमशान के साथ ही वर्षों पुराना जोहड़ है जिसको राम तालाब के नाम से जाना जाता है। जोहड़ में प्राचीन समय से ही कस्बे का गंदा व बरसाती पानी पहुंचकर एकत्रित होता है। पुराने समय में यह मार्ग सूना होता था जहाँ पर आबादी नही थी। चारों ओर केवल मात्र जंगल ही थे। किंतु कस्बे में जगह के अभाव के कारण लोगों ने शमशान के आसपास अपने मकानों का निर्माण कर डाला है इसके अलावा इस क्षेत्र में कई कॉलोनियां भी विकसित हो गई हैं।जिनमें काफी संख्या में लोग अपने परिवार सहित निवास करते हैं। परंतु जोहड़ में गन्दा व दूषित पानी खड़ा होने से यहाँ निवास कर रहे नागरिक काफी परेशान हैं। जिसकी शिकायत कई बार की जा चुकी है परंतु फिर भी समस्या जस की तस बनी हुई है।प्रशासन व नगरपरिषद विभाग पूर्ण रूप से मौन है। नागरिकों ने उक्त समस्या को जल्द दुरूस्त करने को कहा है। बता दें कि उक्त जोहड़ में बरसात व कस्बे के नालों व नालियों का समस्त गंदा व दूषित पानी एकत्रित होता है। क्या कहते हैं अधिकारी नगर परिषद विभाग के कार्यकारी अभियंता अजय पंगाल कहते हैं कि जल्द ही जोहड़ कर बूस्टर स्थापित किया जाएगा जिससे एकत्रित पानी को रिचार्ज किया जा सकेगा।Attachments area Post navigation लायंस क्लब टाउन सोहना द्वारा रक्तदान शिविर कैंप का आयोजन औद्योगिक क्षेत्र रोजका मेव में स्थापित एमएमटीसी कंपनी में कॉविड 19 कैंप लगाया गया