हांसी , 11 अगस्त।  मनमोहन शर्मा

हांसी की वकील कॉलोनी निवासी अनुसूचित जाति से संबंधित  महिला के साथ दबंगों द्वारा छेडख़ानी तथा उनके साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है।  उक्त महिला व उसका पूरा परिवार घटना के बाद से ही दबंगों के खौफ से अपना घर बार छोड़कर दयाल सिंह कॉलोनी में शरण लिए हुए हैं। पीडि़त युवती  आज अपने परिवार की पीडि़त महिलाओं तथा नेशनल अलायंस और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन व उनकी टीम के साथ हांसी पुलिस अधीक्षक से मिले ।

पुलिस अधीक्षक के सामने अपना दुखड़ा रहते हुए पीडि़त युवती ने बताया कि दिनांक एक अगस्त को शाम 5 बजे जब वह सीसीटीवी फैक्ट्री में मजदूरी करके वापस आ रही थी तो उसके पड़ोसी के भोलू ने उसका रास्ता रोक कर बदनीयती से उसके साथ छेडख़ानी की तथा अश्लील बातें की तथा उसके कपड़े फाड़ दिए, जब उसने शोर मचाया तो मौके पर उसकी भाभी तथा पड़ोसन आ गई थी जिसके बाद भी आरोपी तथा उसके परिजनों ने पीडि़त युवती को सबके सामने पीटा तथा गालियां बकी व जान से मारने की धमकी दी जिसके बाद  सरकारी अस्पताल में उसकी  डॉक्टरी हुई, थाना में दरखास दी गई परंतु पुलिस ने कोई कार्रवाई न की पीडि़त युवती ने आरोप लगाया है कि अगले दिन दो अगस्त को सुबह आरोपी तथा उसके मां-बाप व अन्य लोग  भी मौके पर आ गए तथा शिकायत देने की बात पर युवती तथा उसके परिजनों के साथ मारपीट की ।

 पीडि़ता ने बताया कि इस बारे में महिला थाने में भी उनको धक्के मार कर बाहर कर दिया गया तथा उसके बाद वह तथा उसके परिजन आरोपियों के डर से घर में सामान छोड़कर चले गए तथा घटना के बाद से ही आरोपियों के खौफ के चलते दयाल सिंह कॉलोनी में रह रहे हैं ।
 पुलिस अधीक्षक ने पीडि़तों की बात सुनने के बाद तुरंत महिला थाना हांसी की इंचार्ज को मामले में मुकदमा दर्ज कर जरूरी कार्रवाई करने के आदेश दिए तथा साथ ही पीडि़तों को पुलिस सुरक्षा में वापस घर भेजने के आदेश दिए । 

इस बारे में बात करते हुए नेशनल अलायन्स फ़ॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने कहा कि 1 तारीख की घटना के मामले में 10 तारीख को एफ आई आर दर्ज होना तथा 10 दिन तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना करना एक तरफ से पीडि़तों के साथ अन्याय है  उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिकायत पर कार्रवाई करने की बात तो दूर उल्टा महिलाओं तथा उनके परिजनों के खिलाफ भी थाना शहर हांसी में आरोपियों ने पुलिस के साथ मिलकर मुकदमा दर्ज करा दिया। इस मामले में पुलिस का रवैया बेहद निंदनीय है तथा खास तौर पर महिला पुलिस  का  दलित महिलाओं के मामले में रवैया ठीक नहीं है उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में पीडि़त परिवार की एसपी से मुलाकात नहीं हो पाती तो  पीडि़त परिवार को न्याय नहीं मिलता ।

हांसी पुलिस अधीक्षक ने पुलिस महिलाओं की बात सुनी तथा कार्रवाई के आदेश दिए हैं जिससे पीडि़त पक्ष तथा समाज के लोग संतुष्ट हैं। इस मौके पर अधिवक्ता ज्ञानचंद डाबी, अधिवक्ता दीपक सैनी ,राजेंद्र गढ़ी, रिंकू, हिम्मत सिंह, तथा पीडि़तों के परिजन भी मौजूद थे।

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