गुरुग्राम 10 अगस्त। गुरूग्राम में जल्द ही फिर से सीरो सर्विलांस सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे का उद्देश्य जिला की आबादी में सारस-कोव 2 संक्रमण पर निगरानी रखना है। इस बार 850 व्यक्त्यिों का सीरो सर्विलांस सर्वे होगा। इस बारे में जानकारी देते हुए गुरूग्राम के सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र यादव ने बताया कि सीरो सर्विलांस सर्वे के लिए चुने गए 850 व्यक्तियों में 500 व्यक्ति ग्रामीण तथा 350 व्यक्ति शहरी क्षेत्र के हैं। उन्होंने बताया कि सर्वे के लिए शहरी क्षेत्र को चार क्लस्टर में बांटा जाएगा और प्रत्येक क्लस्टर को आगे फिर चार भागों में विभाजित किया जाएगा। इस प्रकार एक भाग में 22 घरों का सर्वे होगा अर्थात प्रत्येक क्लस्टर में 88 घरों का सर्वे किया जाएगा। इसी प्रकार, ग्रामीण क्षेत्र को 12 क्लस्टरों में विभाजित करके प्रत्येक क्लस्टर को आगे चार भांगों में बांटा जाएगा। उन्होंने बताया कि क्लस्टर के लिए चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीन गांवों, चार सब सैंटरों के कार्यक्षेत्र में पड़ने वाले गांवों का चयन किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक क्लस्टर में 44 घर रखें गए हैं जिनका सर्वे किया जाएगा। डा. यादव के अनुसार इस सर्वे में सट्रैटीफाईड मल्टी स्टेज सैंपलिंग होगी, जिसमें 18 वर्ष से उपर की आयु के व्यक्तियों का सहमति लेकर सैंपल लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक क्लस्टर में सर्वे का कार्य तीन सदस्य टीम करेगी जिसमें एक चिकित्सक, एक हैल्थ केयर वर्कर तथा एक लैब टैक्निशियन शामिल होगा। दो क्लस्टरों पर निगरानी के लिए एक सुपरवाईजर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सर्विलांस के माध्यम से यह भी आसानी से पता लगाया जा सकता है कि उक्त व्यक्ति को पहले कोरोना हुआ है अथवा नही। यदि व्यक्ति पहले कोरोना संक्रमित हो चुका है और स्वयं ही ठीक भी हो गया है तो इसकी जानकारी इस टैस्ट से हो जाएगी। यह भी पता लग पाएगा कि उसके शरीर में कोरोना संक्रमण के एंटीबाॅडिज बन चुकी हैं या नही। Post navigation खर्च हुए 150 करोड़ , गुरुग्राम को मिला क्या , मुख्यमंत्री की चेयरमैनशिप में जीएमडीए बना सफेद हाथी डेंगू की जांच के लिए 600 रुपए के चार्जिज निर्धारित, प्राइवेट अस्पताल एवं लैब इससे ज्यादा नहीं वसूल सकते ।