3 अगस्त 2020. मनेठी-रेवाड़ी में जल्द एम्स निर्माण करने का दमगजा मारने वाले हरियाणा भाजपा सरकार के मंत्रियों, सन्तरियो व स्थानीय सांसद से स्वयं सेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने पूछा वे यह क्यों नहीं बताते कि किस तारीख को मनेठी एम्स का निर्माण कार्य शुरू होगा1

 विद्रोही ने कहा मनेठी में एम्स बनाने का राग तो संघी विगत डेढ़ साल से गा रहे हैं पर डेढ़ साल से निर्माण शुरू होना तो दूर एम्स के लिए प्रस्तावित भूमि का विवाद भी अभी तक नहीं सुलझा है1 एम्स निर्माण तो तभी शुरू होगा जब पहले सरकार भूमि अधिग्रहित करके उसे एम्स के नाम स्थानांतरित करके केंद्रीय पर्यावरण समिति से निर्माण की अनुमति ले1 जब तक भूमि चिन्हित होकर पर्यावरण समिति से निर्माण अनुमति नहीं मिलती तब तक एम्स निर्माण पर किसी भी तरह की जुमलेबाजी का कोई औचित्य नहीं है1                  

 विद्रोही ने कहा मनेठी व माजरा गांव के किसानों द्वारा एम्स के लिए हरियाणा सरकार के पोर्टल पर 10 जुलाई 2020 तक जो जमीन देने का वचन दिया है उसकी स्थिति क्या है? यह 24 दिन बाद भी सरकार ने स्पष्ट नहीं की है1 इस विषय में अभी तक सरकार व प्रशासन ने एक शब्द भी नहीं कहा है1 पहले हरियाणा सरकार यह तो बताएं पोर्टल पर मनेठी व माजरा गांव के किसानों ने एम्स के लिए जिस जमीन को देने का वचन दिया है वह कितनी जमीन है1 एकमुश्त जमीन है या टुकड़ों में बंटी है1 उक्त जमीन अरावली क्षेत्र में पड़ती है या नहीं1 जब तक इन ज्वलंत प्रश्नों का जवाब सरकार नहीं देती तब तक एम्स निर्माण का दावा करना बेमानी है1               

 विद्रोही ने यह भी जानना चाहा कि पोर्टल पर दी गई जमीन का सरकार किसानों को किस भाव से मुआवजा देगी1 सरकार के प्रस्तावित मुआवजे पर किसान जमीन एम्स के नाम पर करवाने को तैयार होंगे या नहीं?  सरकार जितनी देरी इन सवालों का जवाब देने में करेगी, उतना ही मनेठी एम्स निर्माण मुद्दा लटकता रहेगा1                 

 विद्रोही ने कहा यदि सरकार की एम्स बनाने के प्रति मंशा साफ है तो इस मुद्दे पर कछुआ गति से काम करने की बजाय सभी औपचारिकताएं तेजी से पूरी करके लोगों के सामने वस्तुस्थिति रखें1 जमीन की वस्तुस्थिति सामने रखे बिना एम्स निर्माण के संदर्भ में किसी भी तरह के दावे-प्रतिदावे करने का कोई औचित्य नहीं है1 

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