भिवानी/मुकेश वत्स संस्कृत भाषा पूरी तरह से वैज्ञानिक आधार पर प्रमाणित है और कंप्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा है। इसलिए इसका अधिक से अधिक प्रयोग किया जाना चाहिए और इसका प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। यह विचार प्रमुख समाज सेवी सौरभ गुप्ता ने श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित संस्कृत दिवस सप्ताह के प्रथम दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार द्वारा जो नई शिक्षा नीति घोषित की गई है, उसमें संस्कृत भाषा को पर्याप्त रूप से सम्मान प्रदान किया गया है। इसे संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार तेजी से होगा। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आचार्य रमेश मिश्र ने कहा कि वर्तमान करुणा का हाल में संस्कृत भाषा में लिखे गए और वेद के ग्रंथों में महामारी के विनाश के उपाय खोजे गए हैं। संस्कृत, योग और आयुर्वेद एक दूसरे के पूरक है। संस्कृत भाषा को जन-जन की भाषा बनाने के लिए एक व्यापक जन अभियान की आवश्यकता है। इस अवसर पर हरियाणा संस्कृत अकादमी पंचकूला, श्री कृष्ण आयुर्वेद विश्वविद्यालय क्षेत्र के द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने विचार रखने और प्रभावपूर्ण भूमिका निभाने के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य आचार्य विनय मिश्र को सम्मानित किया गया। Post navigation भिवानी में 8 कोरोना पॉजिटिव हुए ठीक कोरोना संक्रमित केस, बीती रात को आए 3 नए कोरोना पॉजिटिव प्रेम विवाह तकरार में बदला, दो बच्चों की मां पत्नी को पीट कर घर से निकाला