हांसी ,27 जुलाई । मनमोहन शर्मा   

शारीरिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपप्रधान श्री वजीर सिंह गांगुली ने कहा कि 24 जुलाई 2020 को खाप पंचायतों और मुख्यमंत्री जी के साथ हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री जी ने बताया कि कोरोना के चलते अक्टूबर-नवंबर तक बर्खास्त पी टी आई अध्यापकों की लिखित परीक्षा का आयोजन नहीं किया जा सकता। वजीर सिंह ने बताया कि अन्य कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर जल्द ही एक बड़े आंदोलन का आयोजन किया जायेगा।

 उन्होंने ये भी बताया कि खाप पंचायतों के प्रतिनिधि श्री सोमवीर सांगवान ने कहा है अगर पी टी आई अध्यापकों के संघर्ष में लाठी या गोली खानी पड़ी तो पी टी आई अध्यापकों से पहले खाप पंचायतें लाठी गोली खायेंगी।अगर सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिश की तो खाप पंचायतों के साथ-साथ आम जन मानस को शामिल करके इस आंदोलन को जन आंदोलन बनाया जाएगा।

 को सेवा से मुक्त किए गए पी टी आई अध्यापकों का क्रमिक अनशन जिला मुख्यालय पर हिसार -1 के प्रधान पीटीआई दीपक दलाल के नेतृत्व में जारी रहा। आज के क्रमिक अनशन पर श्रीमती सुमित्रा देवी, रेखा रानी, कौशल्या देवी और निर्मला देवी बैठे है। पीटीआई अध्यापकों का क्रमिक अनशन आज 43 वें दिन में प्रवेश कर गया लेकिन सरकार को इन अध्यापकों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है आज धरने पर हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के प्रधान पीटीआई विजय सिंह ने बताया कि सरकार की मंशा इन 1983 पी टी आई अध्यापकों के प्रति ठीक नहीं है। अगर सरकार की मंशा 1983 परिवारों के साथ सही होती तो सरकार कोई ना कोई उपयुक्त कदम उठाकर इन अध्यापकों की सेवाओं को बहाल करने का काम करती। सरकार जब तक 1983 अध्यापकों का पूर्ण सेवा बहाली नहीं करते थे तब तक यह आंदोलन यूं ही जन आंदोलन बन कर चलता रहेगा।

आज के धरने पर वजीर सिंह शर्मा वरिष्ठ उप- प्रधान हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघ,हरियाणा कर्मचारी महासंघ, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ हरियाणा, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ,मास्टर वर्ग एसोसिएशन हरियाणा, राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा, स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन हरियाणा, ड्राइंग टीचर एसोसिएशन हरियाणा, मास्टर वर्ग एसोसिएशन हरियाणा, रोडवेज एसोसिएशन हरियाणा, पात्र अध्यापक संघ, व अनेक सामाजिक संगठन और पंचायतों ने धरने को पूर्ण समर्थन दिया

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