हांसी, 27 जुलाई। बरवाला से पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला ने हलके के गांव खोखा, खरकड़ी, बुगाना, सुलखनी, राजली व धांसु आदि में बरसात के चलते बने बाढ़ जैसे हालात के लिए मौजूदा सरकार व मौजूदा सरकार के नुमाइंदों को जिम्मेदार ठहराया है। घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान इस क्षेत्र में पानी निकासी के लिए ड्रेन बनाई गई थी, लेकिन मानसून से पूर्व इस ड्रेन की सफाई ही नहीं की गई। इसके चलते बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाई और थोड़ी बरसात में भी खेतों में चार चार फुट पानी खड़ा है। पूर्व विधायक घोड़ेला सोमवार को प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रभावित किसानों से मुलाकात की और इस दुख की घड़ी में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन देते हुए सरकार से मांग की कि क्षेत्र की जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी कराते हुए पीडि़त किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए। पूर्व विधायक घोड़ेला ने कहा कि क्षेत्र के सरकारी नुमाइंदों को पता था कि मानसून आने वाला है। इसलिए इस डे्रन की सफाई मई जून में ही हो जानी चाहिए थी। लेकिन स्थानीय विधायक व सरकार के नुमाइंदों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। उन्होनें कहा कि खरीफ की फसल में ही किसानों की बचत आती है। लेकिन खेतों में खड़ी फसल पानी में डूबकर पूरी तरह से तबाह हो गई है। इसलिए सरकार क्षेत्र की तुरंत गिरदावरी कराए और कम से कम 60 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से प्रभावित किसानों को मुआवजा दे। पूर्व विधायक घोड़ेला ने धांसू गांव की ढाणियों व खरकड़ी में महात्मा गांधी बस्ती के घरों का भी दौरा करते हुए प्रभावित ग्रामीणों को ढांढस बंधाया और सरकार से मांग की कि ग्रामीणों को हुए नुकसान की जल्द से जल्द भरपाई की जाए। Post navigation सांसद बृजेंद्र सिंह की कोरोना रिपोर्ट नैगेटिव आई, आमजन के साथ सांझा की जानकारी पीटीआई अध्यापकों का आंदोलन बन गया जन आंदोलन*