गुरुग्राम  24 जुलाई । पुलिस उपायुक्त हैडक्वार्टर नितिका ने बताया कि जिला में फेस मास्क ना पहनने वालो के अब तक 13 हजार चालान किए जा चुके हैं जिनसे जुर्माने के तौर पर मिली 64 लाख रूपये की राशि सरकारी खजाने में जमा करवाई गई है।

वे आज सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् हाॅल परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर उनके साथ उपायुक्त अमित खत्री तथा सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव भी उपस्थित थे।

डीसीपी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पुलिस विभाग द्वारा कई प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमे से एक जीओ फेंसिंग का कार्य पुलिस कर रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा 4 हजार 759 लोगों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने, उन्हें कोविड-19 संबंधित परामर्श देने तथा कोविड-19 संक्रमण से बचाव उपायों के बारे में जानकारी दी गई है। इतना नही जिला में 1500 व्यक्तियों को व्यक्तिगत रूप से उनके घर जाकर कोविड-19 संक्रमण से बचाव उपायों के बारे में समझाया गया और उनका मनोबल बढ़ाया गया। उन्होंने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम तथा स्वास्थ्य विभाग काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए डेटा गुरूग्राम पुलिस के साथ सांझा करते हैं जिसके बाद व्यक्ति को ट्रेस करके संबंधित विभाग को इसकी जानकारी दी जाती है। उन्होंने बताया कि जिन 2500 लोगों के मोबाइल बंद या आउट आॅफ रेंज आ रहे थे उनकी काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि जब से सैंपल क्लेक्शन के दौरान व्यक्ति का मोबाइल नंबर तथा आईडी लेनी अनिवार्य की गई है तब से काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग में आसानी हुई है। अब कोई भी संक्रमित व्यक्ति ऐसा नही रहता जिससे कान्टैक्ट ना किया गया हो।

उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में 30 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं तथा 110 पुलिसकर्मी डिस्चार्ज हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी के संक्रमित होते ही उसे आइसोलेशन सैंटर में भेज दिया जाता है। पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी का निर्वहन करने तथा कोरोना संक्रमण से खुद का बचाव करने संबंधी आॅडियो, वीडियो क्लीपिंग भी भेजे जाते हैं। उन्हें बताया जाता है कि कोविड-19 ड्यूटी के दौरान कैसे उचित दूरी बनाए रखते हुए  वे अपनी ड्यूटी कर सकते हैं।

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