सडक़ निर्माण मामलें ने पकड़ा तूल, पैमाईश रिपोर्ट पर उठे सवाल
न्यायालय के स्टे आर्डर को किया जा रहा दरकिनार
भिवानी/मुकेश वत्स
नगरपालिका लोहारू द्वारा पुराना शहर में वाल्मिकी मंदिर से दादरी रोड़ तक करवाए जा रहे सडक़ निर्माण कार्य के दौरान नगरपालिका द्वारा भारी अनियमितताएं बरतने के आरोप स्थानीय निवासियों द्वारा लगाए जा रहे है। आरोप है कि नपा द्वारा सडक़ मार्ग का निर्माण गलत पैमाईश के तहत करवाया जा रहा है तथा उक्त पैमाईश कुछ लोगों के साथ साजबाज होकर नपा द्वारा गलत तरीके से चहेतो को लाभ पहुंचाने के षडय़ंत्र के तहत करवाई गई है। बताया गया है कि जिस भूमि की पैमाईश नपा द्वारा करवाई गई है उस पर न्यायालय से स्टे आर्डर भी है परंतु इसके बावजूद नपा अधिकारी स्टे आर्डर को नहीं मान रहे है।
आरोप है कि रास्ते का जजर 65 करम है, जबकि पैमाईश रिपोर्ट में 73 करम दिखाया गया है, जो करीब 43 फीट ज्यादा है। वहीं खसरा संख्या 479 व 481 की पैमाईश की गई है। जबकि खसरा संख्या 481 पर न्यायालय का स्टे है तथा नपा उसमें खुद पार्टी बनी हुई है। आरोप है कि नपा द्वारा रास्ते के निर्माण में खसरा संख्या 481 की चौड़ाई करीब साढ़े 27 फीट है तथा नपा द्वारा कहीं पर तो रोड़ को 20 फीट का तो कहीं 22 व 25 फीट का बनाया जा रहा है। इसी प्रकार खसरा संख्या 479 जिसकी चौड़ाई करीब 33 फीट है परंतु नपा द्वारा वहां कहीं 26 तो कहीं 28 फीट का बनाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नपा द्वारा जो पैमाईश करवाई गई है वह गलत तरीके से करवाई गई है तथा उन्होंने भी अनेक बार पैमाईश रिपोर्ट तैयार करवाई है, उसे नहीं माना जा रहा। मामलें में न्यायालय के स्टे आर्डर को भी दरकिनार किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि नपा द्वारा पैमाईश को सही तरीके से डिजिटल की बजाय मैनुअली बिना किसी दवाब के करवाया जाए तथा रिकार्ड अनुसार ही सडक़ मार्ग निर्माण करवाया जाए।