अशोक कुमार कौशिक

नारनौल । जिला रेवाड़ी की 4 छात्राओं जिनमे 3 सगी बहने है ने जिला प्रशासन को यूरो इंटरनेशनल स्कूल जोनावास शिकायत की है।आरोप है कि एक छात्रा प्राची जो इसी वर्ष 10वी कक्षा के पेपर अदालत के सहयोग से दे पाई, यूरो इंटरनेशनल स्कूल ने अमान्य मदो में फीस का भुगतान न करने पर छात्रा को एग्जाम से 3 महीने पहले स्कूल से बाहर कर दिया था। शिक्षा से वंचित रही छात्रा के रोल नम्बर तक स्कूल द्वारा रोक लिए थे। जिसकीं जानकारी कैलाश चंद एड्वोकेट को लगी तो निशुल्क केस दायर करके छात्रा को रोल नम्बर दिलवाए थे। जब छात्रा कैलाश चंद एड्वोकेट में सम्पर्क में आई तब तक स्कूल ने बच्चो के साइंस विषय के प्रक्टिकल का पेपर ले चुके थे। जिससे छात्रा वंचित रह गई और साइंस विषय मे फेल हो गई, जिसके लिये दोबारा पेपर दिलवाने व स्कूल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हेतु आज अधिकारियो से मुलाकात की।

शिकायत करने वाली छात्राओं में आज 3 अन्य छात्रायें भी थी जो सगी बहने है। वो भी इसी यूरो इंटरनेशनल स्कूल की मनमानी की शिकार हुई है। तीनो बहनों को उपरोक्त स्कूल ने पिछले वर्ष स्कूल से बाहर कर दिया था क्योंकि अमान्य मदो की फीस जमा नही की बड़ी बहन प्रिया जो 12 वी कक्षा की छात्रा है जिसको स्कूल ने शिक्षा से वंचित तो किया परन्तु 12वी कक्षा की मार्कशीट तक नही दी। जिस कारण छात्रा पिछले वर्ष भी उच्च शिक्षा से वंचित हुई। अगर इस वर्ष भी मार्कशीट नही मिली तो इस भी कालेज में दाखिला नही ले पायेगी।

इन्ही सगी बहनों में दूसरी छात्रा वाशु जो कि 10वी कक्षा में थी इसको भी उपरोक्त स्कूल ने मई महीने में स्कूल से अमान्य मदो की फीस न देने के कारण स्कूल से बाहर कर दिया। वह भी 10वी के पेपर देने से वंचित रह गई । उसे भी ही एसएलसी न दी गई।  इस वर्ष भी यही हुआ तो इस वर्ष भी 10 के पेपर नही दे पाएगी।

सगी बहनों में तीसरी सबसे छोटी छात्रा जो कि पिछले वर्ष  8वी क्लास की छात्रा थी, इसको भी स्कूल ने अमान्य मदो की फीस न देने पर मई 2019 में स्कूल से बाहर कर दिया । उसे भी एसएलसी नही दी फलस्वरूप इसका भी पिछला वर्ष खराब हुआ। सरकार और प्रशासन ने कोई ठोस कदम नही उठाया तो शायद इस बार भी तीनो बहने शिक्षा से वंचित रह जायेगी।

अधिवक्ता कैलाश चंद ने बताया कि इन छात्राओं के परिवार की आर्थिक हालात ऐसी हैं पैसे न होने के कारण घर की बिजली तक कटी हुई है। इतनी भीषण गर्मी में बिना बिजली के परिवार रह रहा है।

आज सीटीएम रेवाड़ी से मुलाकात होने पर उन्होंने कहा कि मैंने जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करवा दिया है जल्द ही वो स्वयं अभिभावको से सम्पर्क करके समस्या का समाधान करवाएंगे। इस बारे आज कैलाश चंद एड्वोकेट ने भी सरकार को पत्र भेजकर स्कूलों मनमानी पर अंकुश लगाने के लिये प्रार्थना की है अब देखना होगा सरकार बच्चो की सुनती हैं या नही।

error: Content is protected !!