गुरूग्राम, 13 जुलाई। गुरूग्राम जिला में फिर से सीरो सर्विलांस सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे के तहत जिला में 92 लोगों के सैंपल आईजीजी एंटीबाॅडिज टैस्ट के लिए एकत्रित किए जांएगे ताकि पता लगाया जा सके कि लोगों में कोरोना संक्रमण के एंटीबाॅडिज विकसित हुई है या नही। ऐसा सर्वे जिला में अब तक चार बार हो चुका है और पांचवी बार जल्द होने वाला है।

 इस बारे में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने बताया कि जिला गुरूग्राम में सीरो सर्विलांस सर्वे 20 अलग-अलग श्रेणियों के लोगों पर किया जा रहा है। सर्वे के लिए ऐसे लोगों का चुनाव किया जाता है जिनका कोरोना संक्रमित लोगों के साथ एक्सपोजर ज्यादा होता है अर्थात् जिन्हें कोरोना संक्रमण की संभावना अपेक्षाकृत अधिक होती है। उन्होंने बताया कि अब तक यह सर्वे 361 लोगों पर किया गया है जिनमें से 49 लोगों में एंटीबाॅडिज बनने की पुष्टि की गई है। ये 49 वे व्यक्ति थे जिन्हें कोरोना हो चुका है और वे इससे रिकवर कर चुके हैं।

 उन्होंने बताया कि सीरो सर्विलांस सर्वे के लिए अलग-अलग श्रेणियों के तहत दुकानदारों, टीबी , एचआईवी सहित किसी अन्य गंभीर बिमारी से पीड़ित व्यक्ति, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, नगर निगम के अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी आदि को चुना जाता है।

उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति को कोरोना का संक्रमण हो जाता है, उसके शरीर में उस बीमारी के खिलाफ एंटीबाॅडिज विकसित हो जाती हैं। इसके बनने के बाद व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।  उन्होंने बताया कि सीरो सर्विलांस के लिए जिला को किटों के पांच सैट प्राप्त हुए हैं जिनमे से एक सैट में 92 किट हैं। इस प्रकार, जिला को 460 किट प्राप्त हुई हैं जिनसे आईजीजी एंटीबाॅडिज की जांच की जा सकती है। 

 उन्होंने बताया कि इस सर्विलांस के माध्यम से यह भी आसानी से पता लगाया जा सकता है कि उक्त व्यक्ति को पहले कोरोना हुआ है अथवा नही। यदि व्यक्ति पहले कोरोना संक्रमित हो चुका है और स्वयं ही ठीक भी हो गया है तो इसकी जानकारी इस टैस्ट से पता चल जाएगी। यह भी पता लग जाएगा कि उसके शरीर में कोरोना संक्रमण के एंटीबाॅडिज बन चुकी हैं या नही। उन्होंने कहा कि इस सर्वे के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना योद्धाओं को सैंपलिंग के लिए चुना गया है ताकि भविष्य में इसी अनुरूप आगे की रूपरेखा तैयार की जा सके।