अशोक कुमार कौशिक
नारनौल। 2014 में जब केंद्र एवं हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तब महेंद्रगढ़ जिले ने भी नई व्यवस्था में विकास का एक नया सपना संजोया था जो अब धीरे-धीरे धरातल पर अब साकार होते दिखाई दे रहा है। यह बात नांगल चौधरी विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने आज प्रेस को जारी अपने एक बयान में कही। आगामी 14 जुलाई को केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा दक्षिणी हरियाणा में राष्ट्रीय राजमार्ग की एक वृहद श्रंखला की नींव रखी जाने का जिक्र करते हुए डॉक्टर यादव ने कहा कि विशेषकर महेंद्रगढ़ जिले के विकास के इतिहास में यह एक अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक महत्वपूर्ण अवसर है। इससे पहले हमारे यहां एक भी नेशनल हाईवे नहीं था जिसकी वजह से आजादी के इतने साल बाद भी यह जिला विकास से दूर रहा । केंद्र एवं हरियाणा में 2014 में बनी सरकारों से पहले किसी भी सरकार ने इस क्षेत्र में विकास के प्रति कभी राजनीतिक इच्छाशक्ति का एहसास नहीं करवाया। आलम यह था कि जब 2014 के बाद भाजपा सरकार ने इस क्षेत्र के विकास की योजनाओं का खाका तैयार किया तो जो राजनीतिक दल लंबे समय तक इस क्षेत्र में सत्तासीन रहे। उनको हमारी बातों पर विश्वास नहीं हुआ और भाजपा सरकार की दूरदर्शिता एवं दृढ़ संकल्प के बारे अपना संदेह जताते हुए हमारे ऊपर जनता को गुमराह करने के आरोप तक लगाते थे। डा यादव ने बताया कि आज से लगभग 3 साल पहले जब उन्होंने क्षेत्र में नेशनल हाईवे के नेटवर्क एवं नारनौल के 24 किलोमीटर लंबे बाईपास के बनने की बात के साथ ही मेडिकल कॉलेज बनाने की बात प्रेस के माध्यम से कहीं तो विपक्ष ने इसे भ्रामक बताया। वास्तव में 24 किलोमीटर लंबा बाईपास बनाना कोई छोटा काम विपक्ष को नहीं लग रहा था क्योंकि उनकी सरकार में शहर का एक छोटा सा बाईपास बनाने के लिए ही उन्होंने बड़ी मशक्कत की थी और यह छोटा सा बाईपास कांग्रेसी सरकार के दो कार्यकाल पूरे होने के उपरांत लगभग 10 साल के समय में बना था। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज बनाने के बारे में विपक्षी साथियों को विश्वास नहीं हो रहा था क्योंकि उनके पास स्वास्थ्य मंत्रालय इस जिले में होने के उपरांत भी बनवाना तो दूर वह इस बात पर विचार तक करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।
डॉक्टर यादव ने आगे कहा कि वास्तव में यह सब बातें सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति पर निर्भर करती हैं। जब किसी सरकार में किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए प्रबल इच्छा शक्ति हो तो कोई भी काम करना असंभव नहीं होता। सरकार की इच्छाशक्ति नेतृत्व के संकल्प एवं उसकी सोच के साथ ही अपने लोगों के प्रति नेतृत्व की प्रतिबद्धता एवं निष्ठा पर निर्भर करती है। विकास का प्रयास तभी होता है जब नेतृत्व के अंदर विकास के लिए तड़प हो और उसकी कल्पना शक्ति उसे लीक से हटकर काम करने के लिए प्रेरित करे। सौभाग्यवश भारतीय जनता पार्टी देश और प्रदेश को ऐसा नेतृत्व देने में सफल रही है जहां प्रधानमंत्री से लेकर निचली कड़ी तक सभी आगे बढ़ने के लिए एवं विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
14 जुलाई को श्री गडकरी नारनौल से सीधा चंडीगढ़ को जोड़ने वाले ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे के साथ ही रेवाड़ी से नारनौल होते हुए राजस्थान बॉर्डर तक बनने वाले राजमार्ग नंबर 11 की नींव भी रखेंगे जिसमें नारनौल, अटेली व नांगल चौधरी के बाईपास भी सम्मिलित हैं। महेंद्रगढ़ जिले में बनने जा रहे राजमार्गों में प्रमुख रूप से नारनौल से इस्माईलाबाद (अंबाला) तक बनने वाला ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे 152डी है, जो 8490 करोड रुपए की लागत से 227 किलोमीटर की लंबाई में बनाया जा रहा है। यह राजमार्ग उत्तरी एवं दक्षिणी हरियाणा को सीधे जोड़ेगा जो क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इसके अतिरिक्त नारनौल शहर तीन राष्ट्रीय राजमार्गों (152डी, 11 व 148 बी) का जंक्शन बनने जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप चारों ओर से सभी बड़े शहरों से नारनौल शहर राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा सीधे जुड़ेगा। सड़कों का यह जाल दिल्ली मुंबई फ्रेट कॉरिडोर पर बनने वाला लॉजिस्टिक हब के साथ ही नहरी पानी की पर्याप्त उपलब्धता इस क्षेत्र को विकास को नए रास्ते दिखायेंगे। साथ ही क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का निर्माण तेजी से चल रहा है। यह सारी व्यवस्थाएं क्षेत्र के लिए एक सपना थी जिसे भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों ने मिलकर मूर्त रूप दिया है। इसके लिए क्षेत्र सदा इनका ऋणी रहेगा तथा भविष्य में हमेशा भाजपा सरकार का यह कार्यकाल विकास के स्वर्णिम काल के रूप में याद किया जाता रहेगा। इस शुभ अवसर पर समस्त क्षेत्रवासी बधाई के पात्र हैं।