चंडीगढ़,4 जुलाई। एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा ने मिशन डारेक्टर द्वारा एनएचएम कर्मियों के प्रतिनिधि संगठन को बातचीत के लिए आमंत्रित करने की बजाय कागजी संगठन को 6 जुलाई को बातचीत के लिए आमंत्रित करने पर कड़ा ऐतराज जताया है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा समर्थित एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष रिहान रजा ने एनएचएम मिशन डारेक्टर को पत्र लिखकर दो टूक चेतावनी दी है कि अगर 6 जुलाई को 14 हजार एनएचएम कर्मचारियों को नजरंदाज कर एकता तोड़क कागजी संगठन से बातचीत की तो एनएचएम कर्मियों को बड़े आंदोलन पर जाने पर मजबूर होना पड़ेगा।

आंदोलन से कोविड 19 में जो स्वास्थ्य विभाग में हालात बिगड़ेंगे उसके लिए वे पुरी तरह जिम्मेदार होंगे। ऐतराज पत्र की प्रति मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, विभाग के एसीएस को करके इसकी सूचना दे दी गई है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने हेल्थ विभाग व एनएचएम मिशन डारेक्टर के भेदभावपूर्ण आचरण की घोर निन्दा की। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश पर मिशन डारेक्टर एनएचएम कर्मचारियों के प्रतिनिधित्व करने वाले आंदोलन कर रहे संगठन को बातचीत के लिए आमंत्रित करने की बजाय सरकारी संगठन को आमंत्रित कर कर्मचारियों को आंदोलन के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने बिना किसी देरी के बातचीत के द्वारा एनएचएम कर्मियों की मांगों एवं समस्याओं का समाधान करने की मांग की।

उन्होंने बताया कि आजकल सरकार के निर्देश पर आंदोलन किसी भी संगठन को हो, अधिकारी बातचीत में अपने सरकारी आधारहीन संगठन को शामिल करती है। जिसको कर्मचारी बिल्कुल सहन नहीं कर रहे हैं।

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