गुरुग्राम।विश्व भाषा अकादमी (रजि),भारत ने हरियाणा में पीजीटी संस्कृत शिक्षकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने की माँग की है। अकादमी के चेयरमैन मुकेश शर्मा के अनुसार विद्यालयों में पर्याप्त संस्कृत शिक्षक न होने के कारण ऑनलाइन शिक्षा में भी विद्यार्थी इसका खामियाजा भुगत रहे हैं।उन्होंने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जून,2015 में पीजीटी शिक्षकों (एचईएस ग्रुप बी सर्विस) के कुल 6874 रिक्त पदों की वेकेंसी निकाली गई थी, जिनमें पंजाबी भाषा के शिक्षकों के 179 और संस्कृत भाषा के 626 पदों के लिए भी आवेदन माँगे गए थे। अकादमी चेयरमैन के अनुसार वर्ष 2017 में पंजाबी शिक्षकों के चयन की सूची ज़ारी की गई और उन्हें नियुक्ति देदी गई।सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इसके विपरीत 626 पदों में से 523 संस्कृत शिक्षकों के चयन का परिणाम जनवरी,2018 में घोषित किया गया और आज तक उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई हैं। चेयरमैन मुकेश शर्मा के कहा कि संस्कृत शिक्षकों की भर्ती के सम्बन्ध में यदि कोई कानूनी अड़चन है तो राज्य सरकार इन शिक्षकों की मज़बूत पैरवी करवाये और बाधाओं को दूर करने में सहयोग करे।उन्होंने कहा कि सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति से ही इन पीड़ित संस्कृत शिक्षकों और विद्यार्थियों का कल्याण संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इसी भर्ती के दौरान मेवात काडर के लिए एक पंजाबी भाषा शिक्षक और छह संस्कृत भाषा शिक्षकों की भी वेकेंसी निकाली गई थी और परिणाम-घोषणा के बाद इन दोनों भाषाओं के शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है, जबकि शेष हरियाणा के लिए चयनित 523 संस्कृत शिक्षकों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। Post navigation केंद्र के ‘वन नेशन वन कार्ड’ और गरीब कल्याण योजना अन्तोदय और एकात्म मानववाद के सिद्धांत से प्रेरित : बराला राष्ट्र के महत्वपूर्ण मुद्दों पर सभी दलों का एक होना जरूरी: सत्यपाल जैन