जिला का प्रत्येक नागरिक कम से कम दो पौधे लगाए, पर्यावरण के प्रति अपनी भूमिका को निभाएं।

गुरुग्राम, 1 जुलाई। वन विभाग मॉनसून के दौरान साइबर सिटी को हरा भरा बनाने के लिए निःशुल्क पौधे उपलब्ध करवाएगा और यह पौधे वितरण का कार्य 7 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए इच्छुक व्यक्ति वन विभाग की नर्सरी में संपर्क करें। साथ ही विभाग द्वारा जिलावासियों को पौधे लगाने के लिए भी जागरूक भी किया जाएगा ।

इस बारे में जानकारी देते हुए जिला उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि वन विभाग ने अपनी सभी 4 नर्सरियों में पौध तैयार कर रखी हैं। कोई भी व्यक्ति नर्सरियों में आकर अपनी पसंद का पौधा ले सकता है। ये नर्सरियां सेक्टर -52 , राजीव चैक के पास वन विभाग कार्यालय के पीछे, रायपुर व हेलीमंडी में हैं जहां लगभग 25 किस्म के अलग अलग पौधे तैयार किए गए हैं। इन पौधों में नीम, पापड़ी, चंपा, शोंजन, शीशम, अलांथास, खैरी, सिंबल, रान्ज, सिरस, जामुन, अमरूद ,आंवला, पपीता , बेलपत्र , गिलोय , हाथीफल, गुल मोहर जैसे कई किस्मों के पौधे शामिल है। कोई भी व्यक्ति 7 जुलाई के बाद इन नर्सरियों में आकर अपनी पसंद का पौधा लेकर जा सकता है।

 श्री खत्री ने बताया कि इस बार बरसात के मौसम में वन विभाग का जिला मे लगभग 7.5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। विभाग द्वारा अपनी नर्सरियांे में विभिन्न किस्मों के पौधे जैसे छायादार , फलदार व कुछ औषधीय गुणों वाले पौधे भी तैयार किए गए हैं। तुलसी , गिलोय , आंवला जैसे औषधीय पौधों को लोग अपने घरों में भी लगा सकते है , जिनका प्रयोग विभिन्न रोगों के इलाज के लिए किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि आमतौर पर लोग अपने घरों में तुलसी, गिलोय और आंवला जैसे औषधीय गुणों वाले पौधों को लगाने के लिए धनराशि खर्च करते हैं । इसके विपरीत वन विभाग ये पौधे निशुल्क उपलब्ध करवा रहा है और लोगों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। जहां पर छायादार वृक्षों की जरूरत है , वे लोग  उसी अनुरूप पौधें लें और जिन लोगों को औषधीय पौधे चाहिए वे उस प्रकार के पौध ेले सकते हैं। उन्होंने कहा कि मानसून का मौसम सिर पर है जो पौधारोपण करने के लिए सबसे अच्छा और बेहतर समय है।  ऐसे में गुरुग्राम के हर नागरिक को पयार्वरण के प्रति अपनी भूमिका निभाते हुए कम से कम दो पौधे अवश्य लगाने चाहिए और उसकी बच्चे की तरह देखभाल करनी चाहिए।  उन्होंने कहा कि लोग सिर्फ अपने घरों में ही नहीं बल्कि अपने आसपास के क्षेत्र जैसे पार्क, सोसाइटी आदि में भी विभिन्न स्थानों पर और अपने बगीचे में भी पौधे लगा सकते हैं। सभी मिलकर अपने जिला को ग्रीन गुरूग्राम बना सकते हैं। 

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