एक सप्ताह से लगातार चल रहा है अभियान 10 हजार से अधिक पौधे लगाने का रखा है लक्ष्य गुडग़ांव, 1 जुलाई नव जन चेतना मंच का पौधारोपण अभियान धीरे-धीरे जोर पकडऩे लगा है। मंच की ओर से पिछले एक सप्ताह से लगातार आक्सीजन वाले पौधे लगाने का अभियान चलाया जा रहा है। मंच के अध्यक्ष डॉ. सर्वादानन्द आर्य ने बताया कि इस अभियान से क्षेत्र के काफी समाजसेवक प्रभावित होकर मंच से जुड़ रहे हैं। आज दर्जनों समाजसेवियों ने मिलकर वार्ड 1 न्यू पालम विहार क्षेत्र के कृष्णा चौक स्थित कामधेनु गौशाला के पास पीपल का पौधारोपण किया। उनकी ओर से सड़कों किनारे ग्रीन बेल्ट में भी पीपल के पौधे लगाये जा रहे हैं। डा. सर्वादानंद आर्य व पूर्व चीफ वार्डन सिविल डिफेंस एसके चौहान ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि लोगों को इस मौसम में सबसे ज्यादा पीपल के पौधे लगाने चाहिए। क्योंकि इस पौधे से ही सबसे अधिक हमे ऑक्सीजन मिलती है। इस पौधे में एक और खासियत है कि पौधा रोपण के बाद मिट्टी जैसी भी हो यह पौधा बहुत जल्द ग्रोथ करता है। जो पौधा इस वर्ष लगा दिया जाता है उसे अगले वर्ष ज्यादा-देख रेख की आवश्यकता भी अन्य पौधों की अपेक्षा कम होती है। मंच के संयोजक वशिष्ट कुमार गोयल ने भी अपने बयान में कहा कि हमारा एक ही उदेश्य है कि गुरूग्राम को हरा-भरा बनाना। उसके लिए हम सभी गुरूग्राम वासियों का आहवान करते हैं कि वे सभी इस अभियान से जुड़ें और कम से कम एक पौधा तो जरूर लगाएं। उन्होने यह भी कहा कि जिस किसी भी समाजसेवी, आरडब्ल्यूए कार्यकर्ता या अन्य किसी को भी पौधारोपण के लिए पौधा चाहिए तो उनसे संपर्क करें वे सीधे उन स्थानों तक पौधा पहुंचाएंगे जहां पौधा रोपण की डिमांड होगी। आज के अभियान में नव जन चेतना मंच के पदाधिकारी पूर्व चीफ वार्डन सिविल डिफेंस एवं समाजसेवी एसके चौहान ने कहा कि आज जितनी अधिक लोगों की सुरक्षा संक्रमण से करनी है उतना ही अधिक जरूरी है कि लोगों को ऑक्सीजन इतनी पर्याप्त मात्रा में मिले कि लोग बीमारियों से ग्रसित ना हो सके आज देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के क्या हालात है यह सभी को पता है इस मौके पर समाज सेविका कोमल भटनागर, रितु कटारिया, खुशी, रघुवीर, शागर, अंशू, लक्ष्य, निकेश, अमर, अमन, दुर्गा, सुखराज व अन्य लोग मौजूद रहे। Post navigation गुरुग्राम के विकास को विधायक सुधीर को कैबिनेट में ले सरकार: बोधराज सीकरी डॉक्टर्स डे इन बोहड़ाकला : डॉक्टर का व्यवहार रोगी का सबसे बड़ा उपचार: अनुज बिश्नोई