भिवानी/मुकेश वत्स 

केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों, कर्मचारी संगठनों, ऑल इण्डिया स्टेट गवर्नमैंट इम्पलाईज फैडरेशन, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर सभी विभागों के कच्चे-पक्के कर्मचारी 3 जुलाई अखिल भारतीय विरोध दिवस प्रदर्शन में ताल ठोकेंगे।

अखिल भारतीय विरोध दिवस प्रदर्शन की तैयारियों में स्थानीय महम रोड़ स्थित संघ कार्यालय में आपातकालीन बैठक का आयोजन जिला प्रधान मा. सुखदर्शन सरोहा की अध्यक्षता में किया गया। अखिल भारतीय विरोध दिवस पर सभी विभागों के कर्मचारी रोष सभा कर मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजेंगे।

जिला सचिव सुरजभान जटासरा ने बताया कि कोरोना महामारी की आड़ में राज्य व केन्द्र सरकार सरकारी विभागों को उजाडऩे पर आमदा है। सरकार अपनी जिम्मेदारी से बचकर तालाबंदी के दौरान उपजे आर्थिक संकट का बोझ कर्मचारियों पर डालना चाहती है। केन्द्र सरकार व कुछ राज्य सरकारों ने डीए व एलटीसी को गैर कानूनी तरीके से फ्रीज कर दिया है। कुछ राज्यों से अर्जित अवकाश के नगदीकरण व अन्य भत्तों पर रोक लगा दी जबकि संविधान के अनुच्छेद 302 के तहत प्रदत्त सेवा शर्तों के अनुसार हर कर्मचारी हर माह भत्तों समेत पूरा वेतन पाने का अधिकार है।

कोरोना योद्धा सरकारी कर्मचारियों को जबरन विभागों से निकालने का क्रम जारी है। 10 वर्ष लगातार शिक्षा विभाग में कार्यरत 1983 पीटीआई शिक्षकों को नौकरी से निकालना बड़ा निन्दनीय कार्य सरकार द्वारा किया गया है। स्वास्थ्य विभाग में दिन-रात कोविड-19 के चलते कोरोना योद्धा बनकर काम करने वाले कच्चे कर्मचारियों को भी हटाने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। कर्मचारियों के पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।

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