कपास-बजारे व गुवार की फसल का मांगा सरकार से मुआवजा व विशेष गिरदावरी की मांग

अशोक कुमार कौशिक

नारनौल। गांव अकबरपुर से दोंगड़ा अहीर तक शनिवार को किसानों ने  टिड्डियों से अपनी फसल बर्बादी के मुआवजे की मांग को लेकर खेत में सरकार के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन किया। शुक्रवार सीहमा खंड के गांव अकबरपुर रामू, खासपुर, मित्रपुरा, शहरपुर, अटाली, दोंगड़ा अहीर, दोंगड़ा जाट, मुंडियाखेड़ा, बेवल, झिंगावन, खैरानी-खैराना, खामपुरा, खतरीपुर, दुबलाना, सागरपुर में आया टीडी दल जिले के लगभग 50 गांवों में इसका काफिले ने किसानों की कपास व बजारे की फसल को चट कर दिया। अपनी कपास व बजारे की फसल को टीडी दल के हाथों बर्बाद देखकर किसान बड़े निराश थे। गांव दोंगड़ा अहीर के किसान मामन प्रधान, सुरेंद्र सिंह, जयवीर, महिपाल, राजेश यादव ने बताया कि उनके खेत में कई एकड़ में लगी कपास-बजारे की फसल को गत शुक्रवार को आया टीडी दल खा गया।

उन्होंने खेत में उजड़ी अपनी कपास-बाजरे की फसल दिखाते हुए सरकार से 40 हजार रुपये एकड़ कपास तथा 20 हजार रुपये एकड़ बाजरे की फसल का मुआवजा देने की मांग। गांव अकबर-मित्रपुरा के सैंकड़ों किसान दीपक यादव, भैरू प्रसाद, इकबाल सिंह, दरियाव, संदीप, गोरधन, रामचंद्र, दलीप, राजेंद्र, महिपाल, ओमप्रकाश, गजराज, दारा सिंह, वीर सिंह, रंजीत, कर्ण सिंह, सीताराम यादव आदि ने बताया कि उन्होंने दूसरे के खेत काश्त के लिए 22 हजार रुपये प्रति एकड़ माल में रखे थे। अब उनकी कपास व बाजरे की फसल टीडी दल द्वारा नष्ट कर दी गई है ऐसे में उनके द्वारा काश्त की राशि भी देनी मुश्किल हो गई है।

इन सब गांवों के किसानों ने खेत में खड़े होकर अपनी टीडी दल के हाथों बर्बाद हुई कपास-बाजरे व गुवार की फसल दिखाई तथा सरकार से फसल बर्बादी का मुआवजा मांगा और नारेबाजी करते हुए सरकार से फसल बर्बादी की विशेष गिरदावरी शीघ्र करवाकर 40 हजार प्रति एकड़ कपास तथा 20 हजार प्रति एकड़ बाजरे व 25 हजार रुपये प्रति एकड़ गुवार की फसल का मुआवजा देने की मांग की है।

टिड्डी को लेकर अफवाहों से दिनभर किसान रहा परेशान दिनभर दौड़ा खेतों की ओर

 शनिवार को भले ही टिड्डी दल गुरुग्राम, फरीदाबाद और दिल्ली में दस्तक दे चुका पर दिनभर सीहमा क्षेत्र में किसान टिड्डी दल की अफवाओं को परेशान रहा। दोंगड़ा अहीर के किसान सुरेंद्र सिंह, शेर सिंह, अनिल, प्रभुदयाल, कर्ण सिंह, सतीश आदि ने बताया कि उन्हें शनिवार सुबह किसी ने सूचना दी कि टीडी दल रेवाड़ी से वापिस लौट रहा है। सूचना मिलते ही खाना-पीना छोड़कर वह पीपा लेकर अपने खेतों की ओर दौड़ पड़े। सीहमा के किसान राजेश, महेंद्र, ईश्वर, रामौतार, रत्न, कैलाश आदि ने बताया कि उन्हें मोबाईल पर एक वीडियों व वायस चैट के द्वारा सूचना दी गई कि टिड्डियों का दूसरा बड़ा दल लहरोदा की पहाड़ियों से सिहमा की ओर चल पड़ा है। सूचना पाकर किसानों की श्वांसे फूल गई। किसान शनिवार को खेत में ही रहने को मजबूर हो गया लेकिन शाम तक किसी प्रकार का कोई भी टिड्डी दल नही पहुंचा। किसानों ने दिनभर टिड्डी दल की झूठी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ रोष जताते हुए प्रशासन से झूठी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कारगर कदम उठाने की मांग की।

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