गुरूग्राम, 26 जून। गुरुग्राम के उपायुक्त अमित खत्री ने आज स्पष्ट किया कि गुरूग्राम में कोई लाॅकडाउन नही होने जा रहा है , केवल कंटेनमेंट जोन में सख्ती बरती जाएगी।

 वे आज गुरूग्राम के स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् भवन में आयोजित संवाददाता सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे। इस सम्मेलन में नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह तथा डीसीपी मुख्यालय निकिता गहलोत भी उपस्थित रही। 

लाॅकडाउन को लेकर मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में अमित खत्री ने कहा कि देश अब अनलाॅक होने की तरफ बढ़ रहा है, ऐसे में गुरूग्राम में लाॅकडाउन दोबारा से लागू करने का कोई औचित्य नही है और ना ही जिला प्रशासन की ऐसी कोई योजना है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन में सख्ती बरती जाएगी और वहां पर जो सावधानियां बरती जानी है उनको सख्ती से लागू किया जाएगा, जैसे कि कंटेनमेंट जोन में एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में मुख्य रूप से लोगों के फ्री मूवमेंट पर पांबदी लगाई जाएगी तथा उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए सघन स्क्रीनिंग करवाई जाएगी। इसके अलावा, उस क्षेत्र में लोगों को आयुष विभाग की ओर से इम्युनिटी बूस्टर दवाएं भी दी जाएंगी। साथ ही श्री खत्री ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा अब तक जिला में इस प्रकार की एक लाख 80 हजार इम्युनिटी किट वितरित की जा चुकी हैं। 

एक अन्य सवाल के जवाब में उपायुक्त ने कहा कि गुरूग्राम जिला में अब कोविड-19 के केसों में ठहराव देखा गया है और कई बार तो नए पाॅजीटिव रिपोर्ट हो रहे केसों की संख्या से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा आ रही है। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम जिला में अब कोरोना की टैस्टिंग में भी वृद्धि हुई है। औसतन प्रतिदिन 700 सैंपल टैस्ट किए जा रहे हैं। गुरूग्राम के सामान्य अस्पताल में भी आरटीपीसीआर टैस्टिंग मशीन लगाई गई है तथा रैपिड एंटीजन टैस्ट की किट भी जिला को प्राप्त हुई हैं। यही नहीं, पहले की तरह पीजीआईएमएस रोहतक तथा मैडिकल काॅलेज खानपुर कलां में भी टैस्टिंग के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान गुरूग्राम में कोविड को लेकर टैंªड उत्साहजनक हैं लेकिन इसका यह मतलब नही कि हम ढीले पड़ जाएं बल्कि हमें अभी सख्ती बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन , नगर निगम तथा गुरूग्राम पुलिस सभी के सांझे प्रयासों से स्थिति में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। 

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश अनुसार प्राइवेट लैब में टैस्टिंग के रेट निर्धारित किए गए हैं। अब आरटी पीसीआर का रेट 2400 रूप्ये तय किया गया है। इसके बाद अब राज्य सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के भी रेट निर्धारित कर दिए हैं, जिन्हें जिला प्रशासन द्वारा लागू किया जाएगा।  

राज्य सरकार द्वारा निजी अस्पतालों मे कोविड मरीजों के इलाज के लिए रेट निर्धारित करते हुए निजी अस्पतालों को दो श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में ऐसे अस्पताल रखें गए हैं जो नेशनल एक्रीडेटिड बोर्ड फाॅर हाॅस्पीटल्स एंड हैल्थकेयर प्रोवाइडर्स(नाभ) से मान्यता प्राप्त नही हैं और दूसरी श्रेणी में ज्वाइंट कमीशन इंटरनेशनल(जेसीआई) तथा नाभ से मान्यता प्राप्त अस्पतालों को रखा गया है। गैर नाभ मान्यता प्राप्त अस्पतालों में रेट 8000 रूप्ये से लेकर 15 हजार रूप्ये तक निर्धारित किए गए हैं। यदि मरीज ज्यादा गंभीर नही है तो उसके लिए दाखिल होने पर आइसोलेशन बैड का प्रतिदिन का रेट 8 हजार रूप्ये रखा गया है और गंभीर मरीज के लिए आईसीयू में बिना वेंटिलेटर के 13000 प्रतिदिन तथा वेंटिलेटर के साथ 15 हजार रूप्ये प्रतिदिन तय किए गए हैं। ये रेट एक पैकेज के तौर पर होंगे जिसमें जांच , रेडियोलाॅजिकल डायग्नोसिज, दवा आदि सब शामिल होंगे। इसी प्रकार, नाभ तथा जेसीआई मान्यता प्राप्त अस्पतालों के लिए हरियाणा सरकार ने 10 हजार रूप्ये प्रतिदिन से लेकर 18 हजार रूप्ये प्रतिदिन के रेट तय किए हैं। कम बीमार व्यक्ति को आॅक्सीजन के साथ आइसोलेशन बैड 10 हजार रूप्ये प्रतिदिन में मिलेगा और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को आईसीयू में बिना वेेंटिलेटर केयर का बैड 15 हजार रूप्ये तथा वेंटिलेटर के साथ 18 हजार रूप्ये प्रतिदिन के रेट पर मिलेगा।यह भी एक पैकेज के तौर पर होगा। 

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