–रोजी रोटी से जूझ रहे दुकानदारों ने कहा कि अब करेंगे भूख हड़ताल नारनौल, (रामचंद्र सैनी): नारनौल की सब्जी मंडी से अभी तक एक भी कोरोना का कोई पॉजिटिव मरीज नहीं आया है, इसके बावजूद जिला प्रशासन नारनौल सब्जी मंडी की रिटेल दुकानें नहीं खुलने दे रहा है। सब्जी मंडी की दुकानें नहीं खुलने देने की वजह से रिटेल दुकानदारों का कहना है कि उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन अब भी उन्हें दुकानें खोलने की अनुमति नहीं देता है तो बृस्पतिवार से वे भूख हडताल पर बैठ जाएंगे। सब्जी मंडी के रिटेल दुकानदार लीलाराम, ईश्वर सिंह, लक्ष्मण सिंह, जितेंद्र सैनी, अजीत कुमार, आनंद, सोनू, रूपराम सैनी, कैलाश चंद, विकास, रमेश, महाबीर, वीरेंद्र, सतीश, नरेंद्र, पूर्णचंद, सुरेंद्र कुमार, कमल व सुनील आदि ने मंगलवार को सीटीएम मनोज कुमार को उपायुक्त के नाम एक ज्ञापन फिर से दिया। इन दुकानदारों ने अपना दुखडा बताते हुए कहा कि दुकानें बंद करवाने से उनके परिवार के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इन लोगों ने कहा कि अब वर्तमान में आढ़ती की दुकानें शहर के बाहर नई मंडी में जा चुकी है। आजाद चौक स्थित यह पुरानी मंडी 30 से 40 फीट चौड़ी और करीब 400 मीटर लंबाई में स्थित है। यहां दुकानों रिटेल की दुकानें भी 25 से 30 ही है। यहां भीडभाड का कोई माहौल नहीं रहता है। एक जून के बाद से वे अपनी दुकानें खोल रहे थे। लेकिन सोशल डिस्टेंस और कोरोनो फैलने की बात पर मार्केट कमेटी ने उनकी दुकानें बंद करवा दी है। इन दुकानदारों ने यह भी तर्क किया कि शहर के कई बाजारों मे महज सात से आठ फीट चौडी कई मार्केट रोजाना खुल रही है। वहां सोशल डिस्टेंट की अवहेलना सरेआम है। फिर उनकी तरफ प्रशासन का ध्यान क्यों नहीं जा रहा है। शहर की एक 25 दुकानों वाली सब्जी मंडी में कोरोना का भय दिखाकर उनके पेट पर लात मारने का काम क्यों किया जा रहा है, यह समझ से परे हैं। इन दुकानदारों ने नारनौल के उन नेताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव के समय वोट लेने आने वाले नेताओं को क्या असली वास्तुस्थिति का ज्ञान नहीं है जो उनकी बात को प्रशासन के सामने मजबूती से नहीं रख रहे हैं। दुकानदारों ने बताया कि अब जब दुकानें नहीं खुलने की वजह से उनके परिवार की भूखों मरने की नौबत आये तो क्यों ना वे खुद ही भूख हडताल पर बैठ जाये। दुकानदारों कहा कि इसलिए सभी दुकानदार आगामी 25 जून से आजाद चौक स्थित पुरानी सब्जी मंडी में भूख हडताल शुरू करेंगे। Post navigation बिजली निगम के अधिकारियों के खिलाफ खेत में प्रदर्शन को उतरी महिला किसान बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री को पुतला फूंका