-आढ़तियों से कहा कि वे हड़ताल करके समर्थन दे
नारनौल, (रामचंद्र सैनी): यहां के आजाद चौक स्थित सब्जी मंडी की रिटेल दुकानें मार्केट कमेटी द्वारा बंद करवाने के विरोध में तथा इनको खुलवाने की मांग को लेकर दुकानदारों ने मार्केट कमेटी के चेयरमैन जेपी सैनी के निवास पर पंहुचकर अपना ज्ञापन सौंपा। चेयरमैन के निवास पर पहुंचे सब्जी मंडी के रिटेलर लक्ष्मण सिहं, ईश्वर सिंह, जितेंद्र, प्रीतम सिंह, सतीश, महाबीर, रमेश कुमार, श्यामलाल, रिंकू, गौरव व जितेंद्र अािद दुकानदारों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि दुकानें बंद करवाने से उनके परिवार के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने चेयरमैन को कहा कि उनकी सब्जी मंडी मार्केट कमेटी के तहत आती है, इसलिए वे कमेटी के चेयरमैन होने के नाते उनकी समस्या का समाधान कर सकें। उन्होंने कहा कि दुकानें बंद होने से उनके लिएअपने बच्चों का पेट भरना भी मुश्किल हो जाएगा।
मार्केट कमेटी के चेयरमैन जेपी सैनी ने सब्जी मंडी के दुकानदारों की समस्या को सुनकर उनके सामाने ही जिला उपायुक्त आरके सिंह से मोाबइल पर बात करके विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उपायुक्त से बात करने के बाद चेयरमैन जेपी सैनी ने दुकानदारों को बताया कि जिला में बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार की हिदायतों की पालना करने के लिए प्रशासन के पास निर्देश है। फिर भी उपायुक्त ने सब्जी मंडी के दुकानदारों की समस्या के समाधान के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं। चेयरमैन जेपी सैनी ने दुकानदारों से कहा कि वे निराश ना हो। इस मामले में उपायुक्त से मिलकर पूरी वास्तुस्थिति से अवगत करवाएंगे कि वर्तमान में सब्जी मंडी में कोई भीड़भाड़ वाली बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसके लिए जरूरत पड़ी तो उपायुक्त से सब्जी मंंडी का व्यक्तिगत रूप से दौरा करके सच्चाई जानने का आग्रह किया जाएगा।
दुकानदारों ने यूनियन को कठघरे में खड़ा किया:-
इस मौके पर सब्जी मंडी के दुकानदारों ने दबी जुबानं से सब्जी मंडी यूनियन की वर्तमान कार्यकारिणी को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। इनका आरोप था कि मंडी के पदाधिकारी गरीब छोटे दुकानदारों की सुध नहीं ले रहे हैं। मंडी की यूनियन में आढतियों के अलावा शहर के तमाम कोनों में सब्जी बेचने वाले दुकानदार सदस्य है। पूरा शहर खुल रहा है और केवल सब्जी मंडी के दुकानदारों को बंद के लिए कहा जा रहा है तो ऐसी स्थिति में मंडी यूनियन को ठोस कदम उठाना चाहिए। इन दुकानदारों ने कहा कि जब मंडी के छोटे रिटेलर दुकानदारों की रोजी रोटी का सवाल है तो मंडी के सभी आढतियों को उनके समर्थत में खुलकर आना चाहिए और आढ़तियों को हडताल जैसी कार्रवाई से भी पीछे नहीं हटना चाहिए। आखिर उन गरीब के बच्चों के पेट का सवाल है।