पूरी दुनिया की तरह भारत भी आज चीनी वायरस की त्रासदी से जूझ रहा है, इसका पुरे देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है, इसलिए आज आवश्यकता है स्वदेशी स्वावलंबन व आत्मनिर्भर बनने की । इसी अवधारणा को लेकर पुरे देश में यह भाव जगाने के लिए कई तरह के प्रबोधन चल रहे है, इसी उद्देय को लेकर हमारा परिवार संस्था ने शुक्रवार 19 जून को फेसबुक लाइव के माध्यम से स्वदेशी स्वावलंबन विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. मार्कण्डेय आहूजा उपस्थित रहे, डॉ मार्कण्डेय ने कहा की स्वदेशी, स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता से ही देश आगे बढ़ सकता है। हमें किसी विदेशी मदद की आवश्यकता नहीं, देश में सभी संशाधन प्रचुर मात्रा में मौजूद है जिसके जरिए हम आगे बढ़ सकते हैं, डॉ आहूजा ने आगे कहा कि स्वदेशी से स्वावलंबी और स्वावलंबन से आत्मनिर्भरता आती है। यह तीनों कडिय़ां एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। इसकी कड़ी बनी रहना चाहिए। यदि हम खुद अपना उत्पाद बनाकर बेचेंगे तो आत्म निर्भरता तो आएगी ही। इसके लिए सामाजिक ज्ञान की बेहद आवश्यकता है, ऑनलाइन कार्यक्रम में पुरे देश भर से संस्था के उद्योगपति,समाजसेवी,शिक्षाविद,प्रबुद्धजन,वर्ग के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, इस अवसर पर स्वदेशी और देशभक्ति के विचारों को समर्पित हमारा परिवार संगठन के प्रेरणास्त्रोत डॉ सुरेंद्र जी उपस्थित रहे, डॉ. सुरेंद्र जी ने कहा की हम प्राचीन भारत की ओर बढ़ रहे हैं, जो छोटे काम धंधे थे, उसी पटरी पर हम लौट रहे हैं। स्वदेशी का यही विचार है इसी मार्ग पर चलकर आत्म निर्भरता आएगी, संस्था के मीडिया प्रमुख कपिल बंसल ने आगामी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 5 जुलाई को फेसबुक लाइव के माध्यम से अगला कार्यक्रम आयोजित होगा । इस लाइव कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पूज्या दीदी साध्वी ऋतंभरा जी का मार्गर्शन प्राप्त होगा । संस्था के मार्गदर्शक डॉ. पी.के सिंघल, राजकुमार गोयल एवं संयोजक डॉ प्रवीण ने सफल कार्यक्रम हेतु सभी कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी, इस ऑनलाइन कार्यक्रम के अवसर पर आई.आर.एस अधिकारी राघवेंद्र पाल सिंह, राजीव रायज़ादा,सुरेश खत्री, योगेश सैनी, कमलभूषण उपस्थित रहे । Post navigation सुस्त हुई कोरोना की चाल बीते 24 घंटे में दौरान तीन जिंदगी को निगल गया करोना प्राइवेट अस्पतालों की लूट पर लगाम लगाए सरकार-चौधरी संतोख सिंह