पूर्व सैनिकों सहित ग्रामीणों ने चीन को सुनाई खरी-खरीसामान नहीं खरीद आर्थिक चोट पहुंचा चीन का मुंहतोड़ दे भारतीय सैनिकों की शहादत के समर्थन में लगाए नारे फतह सिंह उजाला जाटोली/पटौदी । बीते सोमवार को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के द्वारा की गई कायराना और हिंसक झड़प के दौरान शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों की शहादत को नमन करते हुए भारतीय सैनिकों की शहादत के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा गया । गुरुवार को केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह की ससुराल पटौदी हलके के गांव जटौली में खंडेवला मोड़ पर चीनी सेना के द्वारा भारतीय सैनिकों पर किए गए कायराना हमले के विरोध में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय अनेक पूर्व सैनिकों सहित स्थानीय दुकानदारों और आसपास के ग्रामीणों ने जाटौली में खंडवेला मोड़ पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित चीन के राष्ट्रीय झंडा को जूते चप्पलों से पीटते हुए पुतले में आग लगाई । शी जिनपिंग और इसकी सेना कायर है, चीन तेरी कब्र खुदेगी-आज नही ंतो कल खुदेगी, भारत माता की जय, भारतीय सेना जिंदाबांद जैसे नारे भ्सी लगाये। जाटौली गांव से शहीद दलीप सिंह और शहीद नेत्रपाल दो ऐसे जाबाज सैनिक रहे हैं ,जिन्होंने 1962-65 के युद्ध के दौरान चीन के साथ पहाड़ी इलाके में अपनी जाबाजी दिखाते हुए अनेक चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतारा और स्वयं भी भारत की रक्षा के लिए अपनी शहादत दे दी । मौजूदा केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के द्वारा अतीत में जाटौली गांव में ही शहीद दलीप सिंह की याद में शहीद दलीप सिंह मार्ग का शिलान्यास भी किया हुआ है । गौरतलब है कि जाटौली गांव जनरल वीके सिंह ससुराल है और यहां पर आज भी लगभग 150 के करीब पूर्व सैनिक है तथा मौजूदा समय में भी भारतीय सेना ने देश की सेवा कर रहे हैं । गुरुवार को भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर ओम सिंह चैहान , पूर्व सैनिकों में कप्तान जनक सिंह , श्रीपाल चैहान , पूर्व जिला खेल अधिकारी नरसिंह पाल सिंह चैहान , सुरेंद्र चैहान , रवि चैहान भारत सिंह नंबरदार , ओमपाल चैहान सहित अनेक लोगों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतले को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए यहां खंडेवला मोड़ पर लाकर पुतले के साथ ही चीन का राष्ट्रीय ध्वज भी साथ में रखकर आग के हवाले कर दिया । इस दौरान लोगों के द्वारा चीन की अभी तक की कायराना और धोखाधड़ी से किए जाने वाले हमले सहित भारतीय सेना के साथ साथ सीमा पर छेड़छाड़ के विरोध में खूब खरी-खोटी सुनाई । यहां लोगों ने साफ-साफ कहा कि पीएम मोदी और देश के रक्षा मंत्री सहित देश के सर्वोच्च सेना कमांडर और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष के साथ में आज पूरा देश कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है । अब समय आ गया है कि चीन को उसी की भाषा में जवाब दिया जाने की जरूरत है । चीन का अतीत से 2020 तक यही इतिहास रहा है कि वह हमेशा धोखाधड़ी से ही भारत पर भारतीय सीमा पर अतिक्रमण करते हुए भारतीय सैनिकों पर भी घातक हमले करता रहा है । हाल ही में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत चीनी सेना के हमले में भारतीय सेना का सबसे बड़ा नुकसान है । ऐसे में प्रत्येक भारतीय को यह संकल्प लेना चाहिए कि चीन को अब आर्थिक चोट जितनी अधिक दी जाए उतना कम है । प्रत्येक भारतीय को संकल्प लेना चाहिए कि भविष्य में जितना संभव हो सके उतना अधिक से अधिक चीनी सामान उपकरण इत्यादि का खरीदने से बहिष्कार किया जाए । जिससे कि चीन की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचे , क्योंकि चीन की नजर में भारत सबसे बड़ा बाजार है । जहां वह विभिन्न प्रकार के दैनिक उपयोगी सामान की जरूरतों के चीजों को खपाता आ रहा है । सभी ने आह्वान किया किभी प्रकार की कोई भी राखी और उसके बाद आने वाले त्योहारों पर किसी भी प्रकार चीन में निर्मित सामान नहीं खरीदा जाएगा । सीमा पर भारतीय सेना, चीन से निपट लेगी । लेकिन देश के अंदर चीन को चीन में निर्मित सामान नहीं खरीद करके प्रत्येक भारतीय ही आर्थिक चोट पहुंचाकर चीन को और भी मुंहतोड़ जवाब दे सकता है । Post navigation लेबर फोर्स की कमी के कारण कंपनियों का काम करना हुआ मुश्किल – डाॅ. संदीप कटारिया पाकिस्तानी कहने का हक सिर्फ भाजपा को ही है किसी PTI को नहीं : माईकल सैनी