मेवात में दलित उत्पीड़न जरावता विधानसभा की अनुसूचित जाति जनजाति समिति के सदस्य. मेवात में दलित उत्पीड़न, दलितों की राजनीतिक ताकत की कमी. हिंदू पलायन और उत्पीड़न की लिखित शिकायत पर ही कार्रवाही फतह सिंह उजालापटौदी । पटौदी से बीजेपी के विधायक और हरियाणा विधानसभा की अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति के सदस्य एडवोकेट सत्यप्रकाश जासवता ने मेवात जिला में एससी वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने का समर्थन किया है। एमएलए जरावता रविवार को पटौदी कार्यालय पर भाजपा की हरियाणा में पहली वर्चुअल रैली में शामिल होने के बाद पत्रकारों से रूबरू थे । मेवात में एससी वर्ग के लिए सीट आरक्षित करने का उन्होंने अपरोक्ष रूप से समर्थन किया। इस विषय में पूछे गए सवालों के संदर्भ में जरावता सीधा जवाब देने से बचते रहे। एमएलए जरावता ने कहा कि मेवात में दलित उत्पीड़न के मामले सोशल मीडिया मीडिया के माध्यम से ही उनके संज्ञान में आ रहे हैं । कुछ इसी प्रकार से मेवात में अल्प संख्यक हिंदू समुदाय के पलायन अथवा वहां पर हिंदू समुदाय पर हमले के बारे में भी सोशल मीडिया मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिल रही है । उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में अभी तक कोई भी लिखित शिकायत उनके पास तक नहीं पहुंची है, यदि दलित उत्पीड़न अथवा हिंदू उत्पीड़न या पलायन के संदर्भ में लिखित शिकायत मिलती है तो उसके आधार पर ही सरकार से कार्रवाई की मांग की जा सकेगी । जरावता ने साफ-साफ कहा कि मेवात में दलित उत्पीड़न का मुख्य कारण मेवात में दलितों की राजनीतिक ताकत की कमी है । अर्थात मेवात में दलित राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं होने के कारण ही वहां पर दलितों पर उत्पीड़न के मामले चर्चा का केंद्र बने रहते हैं । उन्होंने कहा इस संदर्भ में वह विधानसभा में बनी अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति की बैठक में भी चर्चा कर चुके हैं । इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा जो ऑनलाइन पढ़ाई की बात की गई है , इस संदर्भ में भी उन्होंने चंडीगढ़ में आयोजित बैठक में यह मुद्दा उठाया कि गरीब परिवारों के बच्चे जो कि आर्थिक रूप से कमजोर हैं, वह लैपटॉप अथवा मोबाइल का खर्चा उठाने में असमर्थ हैं । सरकार की यह पहल अच्छी है लेकिन सरकार को एससी-एसटी वर्ग के गरीब परिवारों की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। जिससे कि उनके बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई अपनी जारी रख सकें । एमएलए जरावता ने इस बात पर विशेष रूप से जोर दिया कि मेवात में दलित उत्पीड़न का मुख्य कारण मेवात जिला में दलितों की राजनीति में अथवा दलित समाज की राजनीति में पर्याप्त हिस्सेदारी नहीं होना ही है । उनका सीधा इशारा यही है कि मेवात में दलित वर्ग के लिए कोई ना कोई एक सीट रिजर्व होनी चाहिए। जिससे कि वहां पर दलित समाज को राजनीतिक ताकत मिल सके। जरावता के मुताबिक दलितों के उत्पीड़न को रोकने के साथ आगे लाने का इससे बेहतर विकल्प सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं हो सकता है । एक अन्य सवाल के जवाब में एमएलए जरावता ने कहा कि गुरुग्राम- रेवाड़ी प्रस्तावित नेशनल हाईवे सहित पटौदी के बाईपास के लिए 11 तारीख को जो टेंडर प्रक्रिया होनी थी, वह किन्हीं कारणों से नहीं हो सकी । अब 18 जून को पटौदी बाईपास के लिए टेक्निकल बिड ओपन हो जाएगी । इसके साथ ही अधिग्रहित की जाने वाली जमीन के लिए अवार्ड की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी जाएगी । उन्होंने कहा केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में ऐतिहासिक फैसले और कार्य किए गए हैं । यह सब ऐसे मामले हैं जो कि आजादी के बाद से राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में लंबित पड़े हुए थे । इनमें राम मंदिर, तीन तलाक, धारा 370, सीएए सहित अन्य महत्वपूर्ण मामले शामिल हैं । इसी प्रकार से हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में सरकार बिना किसी भेदभाव के एक समान विकास कार्य सभी हलकों में कर रही है । इस बात को देखते हुए सरकार की उपलब्धियां कम नहीं की केंद्र सहित हरियाणा में बीजेपी नेतृत्व की सरकार के दूसरे कार्यकाल के आरंभ होते ही कोरोना जैसी महामारी का भी सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कोरोना कोविड-19 से बचने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी किए गए निर्देशों का प्रत्येक व्यक्ति को अपने समाज और राष्ट्र हित में इमानदारी से पालन करना चाहिए । इस मौके पर जिला पार्षद भूपेंद्र पड़ासौली, सरपंच यादवेंद्र गोगली शर्मा, प्रदीप राजपुरा जैलदार , अभय चैहान, तेजभान सिंह चैहान, कृष्ण यादव माजरा, अभय चैहान, सहित अनेक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। Post navigation आज की वर्चुअल रैली है खट्टर की परीक्षा विजय वर्धन ने कंटेनमेंट जॉन का निरीक्षण किया, अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।