अभी हाल ही में बीजेपी संगठन ने बीड़ा उठाया है कि मोदी-2 सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाया जाये I इस विषय को लेकर बाकायदा राष्ट्रीय , राज्य व जिला स्तर पर कुछ समितियां भी गठित हुई हैं जो बूथ स्तर पर जाकर जन जागरण करेंगी I जनता को अच्छे दिनों का सपना दिखाकर सातवें वर्ष में प्रवेश कर रही बीजेपी सरकार राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर हुए कार्यों का बखान करेंगे I आज आपदा को झेल रही जनता पहले से ही स्वीकार किये हुए है कि मोदी सरकार में धारा 370 हटाई गई , राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ , देश में नागरिक संशोधन बिल आया I बेहतर होगा बीजेपी ये भी बताये कि सरकार का रोजगार के अवसर बढ़ाने का क्या फार्मूला रहेगा , अर्थव्यवस्था में सुधार धरातल पर कब होगा , लोगों के स्वास्थ्य व शिक्षा में सुधार के लिए क्या किया जायेगा I ज्ञात रहे कि केंद्र द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के पैकेज में एक आम नागरिक कहाँ लाभान्वित होगा आज तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है I बैंको से सम्पर्क करने पर जवाब मिल रहे हैं कि ना तो उनके पास केंद्र की कुछ भी गाइडलाइन नहीं आई और गाइडलाइन मिल भी गई तो उनके पास पूरा स्टाफ नहीं है I इधर देश की वित्त मंत्री के व्यंग्य भरे व्यक्तव्य जैसे कि देश में 6 लाख से 15 लाख कमाने वाला परिवार निम्नआय स्तर का होना , वैसे भी देश की बेहाल जनता लगातार टीवी पर हो रही आरोप व प्रत्यारोप की राजनितिक बहसों से पक चुकी है I कभी पाकिस्तान , कभी चीन तो अब नेपाल भी अपने नक्शों पर भारत का हिस्सा अपने मानचित्र पर दिखा रहे हैं , सीमा पर नित जवानों के शहीद होने के दुःखद हादसे हो रहे हैं ऐसे हालात में प्रधानमंत्री के उन विदेशी दौरों से देश का क्या भला हुआ , सोचने वाली बात है I कितना गलत लगता है बीजेपी के प्रवक्ताओं द्वारा सरकार का सातवें वर्ष में प्रवेश करते हुए भी हर विफलता का ठीकरा विपक्ष के सिर मढ़ना I बीजेपी का सोशल मीडिया लोकडाउन में हुई मौत व दुर्घटना पर गिद्ध की राजनीती कर रहा है I क्या बीजेपी इन प्रवक्ताओ व सोशल मीडिया पर नकेल नहीं लगा सकती I क्या सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ता ही देश भक्त है या राम पर सिर्फ बीजेपी का ही अधिकार रह गया है , जिसने भी जय श्री राम नहीं बोला तो वो गद्दार है I इस तरह के व्यंग्यों का क्या आधार है I बीजेपी के नौसखिये सोशल मीडिया वर्कर सुबह सुबह जहरीले तीरों को छोड़ना शुरू कर देते हैं , इनके पास कुछ उपलब्धि बताने के लिए है ही नहीं I अब बात करेंगे कुछ प्रदेश स्तर की उपलब्धियों पर तो यहां भी बीजेपी के पास इस एक वर्ष प्रदेश के दौरान हुई तरक्की के बारे में बताने के लिए नहीं है I खट्टर और चौटाला की बेमेल जोड़ी सिर्फ अपनी कुर्सी के दिन गिन रही है , प्रदेश मध्यावधि चुनाव के मोड़ पर है कभी भी कुछ भी हो सकता है I ये स्पष्ट है जिस दिन सरकार लोकडाउन में हुए शराब घोटाले की जाँच निष्पक्ष करवा देगी उसी दिन सरकार की नैया मझदार में होगी I जनता को पूछना चाहिए कि पूर्व मंत्रियों पर लगे भर्ष्टाचार के आरोपों की जाँच का क्या हुआ , लोकडाउन में हुए शराब घोटाले की जाँच का क्या हुआ और क्या घोटाले ही करके दबाते रहेंगे या कुछ विकास का काम भी होगा I अब खट्टर सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी विधायक शिकायत कर रहे हैं कि अफसर उनकी सुनते नहीं , पूछना चाहूंगा सरकार से कि जनता के नुमाईंदो पर आप विश्वास क्यों नहीं करते , प्रथम कार्यकाल में भी आपके इसी रवैये ने 8 दिग्गज बाहर बैठा दिए I क्योंकि उनकी भी यही शिकायत रही कि अफसर सिर्फ मुख्यमंत्री की सुनते रहे , लोगों के काम नहीं हुए तो जनता ने वोट की ताकत दिखा दी I खट्टर साहब आप कब तक नुमाईंदे बदलते रहोगे , कुछ तो लोकतंत्र को बचा लो I अब बात करूँगा जिलास्तर पर , गुरुग्राम जिले में बीजेपी के पास बताने वाली कोई उपलब्धि नहीं है उलटे सरकार व प्रशासन की नाकामियों की लम्बी फेरहिस्त जरूर है : बीजेपी राज में 2014 से लेकर मेट्रो या रैपिड मेट्रो का एक मीटर भी काम हुआ ? इकोग्रीन पर लगातार हो रहे भरष्टाचार के सवालों का सरकार के पास क्या जवाब है , जनता का पैसा क्यों लुटाया जा रहा है I गुरुग्राम नगर निगम का पैसा इकोग्रीन का फरीदाबाद का बिल भरने के लिए क्यों दिया I.कोरोना संकट से निबटने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं व गुरुग्राम प्रशासन ने प्रशंसा पत्र बाँटने के अलावा क्या सहयोग दिया व संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन सैंकड़ो कैसे पार हुई I गुरुग्राम प्रशासन इतना लाचार हो गया कि प्राइवेट होटलों को क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया और मरीज होटल का बिल देगा I गुरुग्राम नगर निगम में जमादारों की हाजिरी से लेकर ठेकेदार के फर्जी बिल पास करने के गोलमाल का क्या जवाब होगा जीएमडीए व हुडा में हो रहे भर्ष्टाचार का क्या जवाब है हालिया हुए कूड़ा मुक्त शहरों की लिस्ट में गुरुग्राम को कोई भी रैंकिंग नहीं मिली , इतना भारी भरकम टैक्स यहां की जनता देती है फिर भी इस नाकामी जिम्मेदार कौन है I गुरुग्राम में अपराधों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है , सरकार ने गुरुग्राम में अपराध कम करने के लिए क्या किया I जनता के सैंकड़ो करोड़ रूपये स्मार्ट सिटी के नाम पर स्वाहा कर के जनता सुरक्षा के लिए लगाये कैमरे क्या सिर्फ लाल बत्ती पर चालान ही काटते रहेंगे I बीजेपी का ही नारा है कि बेटी बचाओ – आपने ही जिलाध्यक्ष पर महिला के पति द्वारा लगाई गई शिकायत पर बीजेपी ने क्या किया , पूर्व बीजेपी महिला जिलाध्यक्ष ने भी कुछ नेताओं की इसी मानसिकता की शिकायत सोशल मीडिया पर की थी व पार्टी छोड़ी थी I महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद किससे करें I Post navigation 1983 पीटीआई की सेवा सुरक्षा को लेकर सभी जिला मुख्यालयों पर हुए जोरदार प्रदर्शन मोदी 2.0 के पहले साल में देश के विकास की लिखी गई है नई गाथा: सुधीर सिंगला