बागवानी की खेती करने वाले किसानों की हालत हुई बदतर.
किसानों को प्रति एकड़ एक लाख रुपए मुआवजा दिया जाए

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
  किसानों ने सोमवार को फर्रुखनगर तहसील के तहसीलदार नायब तहसीलदार रणसिंह गोदारा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन में इलाके किसानों ने मुख्यमंत्री से किसानों के लिए मुआवजा देने के लिए मांग की है।

इस मौके पर किसान नेता राव मानसिंह ने बताया कि  सरकार की योजनाओं से प्रेरित होकर क्षेत्र के किसानों ने करीब 200 एकड भूमि पर मोतिया, चमेली, चम्पा, गुलदावरी, गुलाब, गैंदा आदि के फूलों की खेती की तरफ रुख किया। लेकिन लॉकडाउन के चलते बागवानी व फूलों की खेती वालों किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बागवानी की खेती करने वाले किसानों की हालत बद से बत्तर होती जा रही है क्योंकि मोती की फसल पैदा करने के लिए लोग दूसरे प्रदेश से आकर यहा बटाई पर खेत लेकर उसमे मोती या अन्य फूलों की खेती करते है। लेकिन लॉकडाउन के चलते दिल्ली की आजादपुर मंडी व गाजीपुर मंडी में फूलों को लेकर जाने के लिए साधन नही होने के कारण फसल खेतो में ही खराब हो रही है।

पौधों में मार्च से फूलों का उत्पादन शुरु होता है। लेकिन इस वर्ष के मार्च माह में ही कोरोना के चलते लॉक डाउन शुरु हो जाने के कारण फूलों की खेती खेतो में ही नष्ट हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि फूलों की खेती करने वाले किसानों के या तो सरकार भावांतर योजना के तहत फूलों को खरीद करके इत्र, अगरबती आदि में उपयोग के लिए खरीदे या फिर किसानों को प्रति एकड़ एक लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। ताकि किसानों के घाटे की भरपाई की जा सके। इस मौके पर शिवचरण सिमार, मुकेश सैनी, दलबीर, रामबीर यादव जमालपुरिया, मनोज यादव,  आदि मौजूद रहे।

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