चण्डीगढ,18 मई:-ऑल हरियाणा रोङवेज वर्कर्स युनियन के राज्य प्रधान हरिनारायण शर्मा,महासचिव बलवान सिंह दोदवा,वरिष्ठ उप प्रधान सुरेश लाठर,उप महासचिव मायाराम उनियाल व कैशियर विनोद शर्मा ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि हरियाणा रोङवेज की बसें15 मई से लगातार प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड व अन्य प्रदेशों में छोड़ने के लिए कार्य कर रही हैं। लेकिन हरियाणा सरकार का दुसरे प्रदेश की सरकारों से सही तालमेल न होने की वजह से चालक व परिचालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन विभाग द्वारा चालक व परिचालकों के लिए ठहरने व खाने-पीने की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है।

परिवहन निदेशक कार्यालय व डिपो प्रशासन में भी सही तालमेल न होने की वजह से कार्यशाखा द्वारा चालक व परिचालकों को कई-कई घंटे पहले डयूटी पर बुला लिया जाता है तथा बेवजह बैठने के लिए मजबूर किया जाता है।

शर्मा व दोदवा ने बताया कि 17 मई यमुनानगर से उत्तर प्रदेश के लिए प्रवासी मजदूरों को लेकर गई हरियाणा रोङवेज की बसों यूपी पुलिस प्रशासन द्वारा पिलखनी के पास रोक लिया गया तथा आगे जाने की अनुमति नहीं दी। प्रवासी मजदूरों ने आगे जाने की अपील की तो पुलिस प्रशासन ने उनकी अपील सुनने की बजाय उनपर जमकर लाठीचार्ज किया तथा प्रवासियों को जबरदस्ती रोङवेज की बसों में भरकर वापिस यमुनानगर भेज दिया गया।

इसी तरह आज भी प्रवासी मजदूरों को लेकर उत्तर प्रदेश जा रही बसों को भी बुलन्दशहर के पास रोक लिया गया तथा प्रवासियों को वापिस ले जाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा चालक-परिचालकों को मजबूर किया गया। ऐसा करके प्रशासन जहां प्रवासियों के साथ खिलवाड़ कर रहा है वहीं चालक व परिचालकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शर्मा व दोदवा ने बताया कि परिवहन निदेशक झूठी वाही-वाही लुटने के लिए दुसरे राज्यों के साथ बगैर तालमेल किये व बगैर सोचे समझे दबादब बसें भेजे जा रहे हैं।

इससे जाहिर होता है कि युनियन नेताओं पर राजनीति करने का आरोप लगाने वाले परिवहन निदेशक खुद राजनीति कर रहे हैं। परिवहन निदेशक ने चालक-परिचालकों की सुरक्षा के लिए भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये हैं। उन्होंने बताया कि संकट की इस घङी में रोङवेज का प्रत्येक कर्मचारी पुरी निडरता के साथ अपने कार्य का निर्वाह कर रहा है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि परिवहन प्रशासन की अपनी लापरवाही के कारण चालक-परिचालकों का शौषण हो। इसलिए युनियन मांग करती है कि परिवहन निदेशक हरियाणा रोङवेज की बसों द्वारा प्रवासी मजदूरों को यूपी व उत्तराखंड बार्डर तक ही छोड़ने के आदेश जारी करें तथा प्रवासियों को आगे ले जाने की जिम्मेदारी समबन्धित राज्यों की हो ताकि रोङवेज चालक व परिचालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

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