18 मई 2020. स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने बाद लोकसभा में दिए अपने पहले भाषण में मोदी जी ने मनरेगा योजना को पैसों की बर्बादी व कांग्रेस सरकार की असफलता का जीवंत स्मारक बताकर मनरेगा योजना की प्रसंगिकता पर ही सवाल उठाए थे1 विद्रोही ने कहा पर 6 वर्ष बाद आज कोविड-19 संकट में भाजपा की सरकार को गांव में गरीबों को रोजगार देने का सबसे अच्छा विकल्प मनरेगा में ही नजर आया और काफी हिचकिचाहट के बाद रविवार को वित्त मंत्री ने इस वर्ष के मनरेगा बजट में 40 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की घोषणा की1 उन्होंने कहा कि मनरेगा बजट में 40 हजार करोड रुपए की बढ़ोतरी का स्वागत है1 पर संकट के कारण विभिन्न राज्यों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों के अपने पैतृक गांव में लौटने और लोटने की चल रही जद्दोजहद के मद्देनजर यह 40 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी भी काफी नहीं होगी1 विद्रोही ने मांग की मनरेगा बजट में सरकार को न्यूनतम 80 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी करके ग्रामीण क्षेत्र में मजदूरों को रोजगार देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देकर देश की अर्थव्यवस्था को गति देनी चाहिए1 क्योंकि यही एक प्रभावी विकल्प सरकार के पास है1 विद्रोही ने कहा मनरेगा बजट में बढ़ोतरी मोदी जी द्वारा अपना ही थूक थूककर चाटने के समान है1 वहीं यह भी बताता है कि मोदी जी एक अदूरदर्शी, एसे जुमलेबाज प्रधानमंत्री हैं जिनके पास न तो दूरदृष्टि है और न ही देश को समझने की व्यापक समझ है1 जुमलेबाजी, झूठे वादे-दावों, आरोपों, सांप्रदायिक उन्माद से लोगों को भडक़ाकर, बहकाकर वोट बटोरकर सत्ता हथियाना आसान है पर देश को सही दिशा में सबसे के हित में चलाना मोदी भाजपा के वश के बाहर है1 विद्रोही ने कहा कोविड संकट में मोदी भाजपा की पोल खोलकर रख दी कि उनके पास किसी समस्या का सामना करने की न कोई योजना है, न विजन है और न ही दृढ़ इच्छाशक्ति1 वे तो केवल झूठ बोलकर, फर्जी आंकड़े देकर, झूठे दावे, झूठे वादे करके लोगों में सांप्रदायिक उन्माद पैदा करके भडक़ाकर केवल कुर्सी हथियाना ही जानते हैं1 मोदी सरकार का दावा था भारत में 15 मई 2020 का समय कोविड-19 संक्रमण का पीक समय होगा और 15 मई के बाद कोशिश संक्रमण केसो में भारी कमी आनी शुरू हो जाएगी1 पर मेरा जैसा साधारण आदमी भी सरकार की इस संभावना से असहमत ही नहीं था अपितु 8 मई 2020 को सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी अभी तक देश मे 56391 केस व 1899 मौत चुकी है1 यदि यही गति रही तो मई के अंत तक कोविड केसो की संख्या एक लाख को पार कर लेगी1 पर 17 मई को ही देश में कोविड-19 संक्रमण केसों की संख्या 95698 व 3025 मौतें हो चुकी है1 विद्रोही ने कहा मई के अंत की बात तो दूर 20 मई तक भारत में एक लाख कोविड संक्रमण केस संख्या पार कर लेंगे1 मोदी-भाजपा सरकार ने कथित आर्थिक पैकेज का जो ऐलान किया उसका भी केवल 10 प्रतिशत हिस्सा ही गरीब, मजदूर, किसानों के लिए है1 जबकि 90 प्रतिशत हिस्सा उद्योगपतियों के लिए है1 जो अपने आप में सरकार की प्राथमिकता को बताता है कि मोदी-भाजपा सरकार किसान, मजदूर, गरीबों के प्रति उपेक्षा व्यवहार रवैया अपनाकर उसे राम भरोसे छोड़ा हुआ है1 मजदूरों को गांव में उनके घर छोडऩे की बजाय उन्हें सडक़ों पर भूखा, नंगा, प्यासा राम भरोसे छोड़ दिया1 मजदूर सडक़ दुर्घटनाओं में मर रहे हैं और जो मजदूर अपने गांव में लौटने के लिए सरकार से कह रहे हैं उन्हें गांव में भेजने की बजाय उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है1 विद्रोही ने कहा यमुनानगर-हरियाणा में ऐसे ही प्रवासी मजदूरों पर बर्बरता पूर्ण किया पुलिस लाठीचार्ज इसका जीवंत उदाहरण है कि सरकार की नीति और नीयत क्या है? Post navigation नई गाइडलाइंस के साथ लॉकडाउन 4.0 का ऐलान मज़दूर नहीं होगा तो लाखों करोड़ का पैकेज भी धरा रह जाएगा