देश में रोजगार ना होने के कारण लाखों मजदूर अपना पेट पालने के लिए धक्के खा रहे है – बजरंग गर्ग
सरकार प्रवासी व दहाड़ी दार मजदूरों को 10 हजार रूपये सहायता राशी प्रदान करे – बजरंग गर्ग

चण्डीगढ़ – हरियाण प्रदेश व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने पश्चिम बंगाल व झारखंड से गाड़ी में सवार मजदूर जो अपने घर उत्तर प्रदेश आ रहे थे। उनका उत्तर प्रदेश में ट्रक और एक डीसीएम मेटाडोर की ट्रक में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत और 36 मजदूर घायल होने पर गहरा दुख प्रकट करते हुए चिंता प्रकट की। जबकि लॉकडाउन के दौरान 53 दिनों में 134 मौते हुई है। जिसमें 8 दिन में 61 मौते हुई है।

राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने मरने वाले प्रवासी मजदूरों के परिवार को कम से कम सरकार ने 15 लाख रूपय मुआवजा व घायल परिवार को 1 लाख मुआवजा दिया जाए। श्री गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों व अनदेखी के कारण आज लाखों प्रवासी मजदूर पूरे देश में पैदल घरों में जाने के लिए धक्के खा रहे है। सरकार प्रवासी मजदूरों को घरों में भेजने की व्यवस्था करने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है। एक तरफ केंद्र सरकार जनता को अरबों रूपए का सहयोग पैकेज देने की बात कर रही है, दूसरी तरफ सरकार की लापरवाही के कारण  मजदूर रेलवे गाड़ी के नीचे व गाड़ी एक्सीडेंट में मर कर अपनी जान गवा चुके है।

राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने केंद्र व हर राज्यों की सरकारों से अपील की है कि जो भी प्रवासी मजदूर घरों में जाना चाहता है उनका पैदल ना जाने देने की बजाए उनकों घर भेजने के लिए ट्रेन व बसों की व्यवस्था तुरंत प्रभाव से करें। देश में रोजगार ना होने के कारण आज लाखों मजदूर व पलेदार अपना पेट भरने के लिए धक्के खा रहे है। सरकार प्रवासी मजदूर व दिहाड़ीदारों को कम से कम 10 हजार रूपए नगद सहायता राशि प्रदान करें और बेरोजगार जो भी मजदूर है उनको नगद सहायता राशि व राशन देने का काम करें और सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए। ताकि प्रवासी मजदूर पलायन ना करें।

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