“मुख्यमंत्री छोटे व्यापारियों और किसानों के कर्ज माफी की भी योजना बनाएं”

चंडीगढ़, 24 मार्चइंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव चौधरी अभय सिंह चौटाला ने भाजपा सरकार पर बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने और किसानों, मजदूरों व छोटे व्यापारियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों के बकाया टैक्स पर ओटीएस (एकमुश्त निपटान) योजना लागू कर दी है, जिससे उनके ब्याज और पेनल्टी माफ कर दी जाएगी।

जनवरी में ही बड़े व्यापारियों के ₹2500 करोड़ किए थे माफ

अभय चौटाला ने याद दिलाया कि इसी साल जनवरी में भी सरकार ने बड़े व्यापारियों के ₹2500 करोड़ के टैक्स माफ किए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार के पास बड़े व्यापारियों और उद्योगपतियों का कर्ज माफ करने के लिए पैसा है, तो फिर किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए आर्थिक तंगी का बहाना क्यों बनाया जाता है?

किसानों की फसलें तबाह, मुआवजा नहीं

अभय चौटाला ने सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर हमला बोलते हुए कहा कि –
✅ हर साल ओलावृष्टि और बाढ़ से फसलें तबाह हो जाती हैं, लेकिन किसानों को मुआवजा तक नहीं मिलता।
✅ मंडियों में किसान एमएसपी से कम कीमत पर फसल बेचने को मजबूर हैं।
✅ महंगी खाद, नकली बीज और कीटनाशक किसानों को लूट रहे हैं, सरकार आंख मूंदे बैठी है।
✅ कर्ज के बोझ तले दबे किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।

छोटे व्यापारी और लघु उद्योग भी संकट में

अभय चौटाला ने कहा कि प्रदेश में लाखों लघु उद्योग सरकार की नीतियों के कारण बंद हो चुके हैं। ये उद्योग भारी कर्ज में डूबे हुए हैं, लेकिन सरकार इन्हें राहत देने की बजाय केवल बड़े उद्योगपतियों का पक्ष ले रही है।

“गरीबों का भी कर्ज माफ करे सरकार”

अभय चौटाला ने मांग की कि –
✅ बड़े उद्योगपतियों की तर्ज पर किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों के कर्ज माफ किए जाएं।
✅ लघु उद्योगों को वित्तीय सहायता देकर दोबारा शुरू करने की योजना बनाई जाए।
✅ किसानों को उनकी फसल का पूरा मुआवजा दिया जाए।

“सिर्फ अमीरों का नहीं, गरीबों का भी सोचे सरकार”

अभय चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां अमीरों के पक्ष में झुकी हुई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे गरीबों, किसानों और छोटे व्यापारियों को भी कर्जमुक्त करने की योजना बनाएं, ताकि उन्हें भी आर्थिक राहत मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *