मानेसर नगर निगम और पटौदी परिषद में भाजपा को नहीं मिला बहुमत

नई अनाज मंडी जाटोली में सस्ते भोजन के लिए खोली जाए अटल कैंटीन

ओलावृष्टि से हुए नुकसान की गिरदावरी कर जल्द मिले मुआवजा

मानेसर/पटौदी। मानेसर नगर निगम और पटौदी जाटोली नगर परिषद के चुनाव परिणामों के बाद अब जनता के निर्णय सबके सामने हैं। इसी के साथ यह आवश्यक हो जाता है कि राजनीति की सीमाएं मिटाकर विकास को प्राथमिकता दी जाए। सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर जनहित के विकास कार्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह कहना है हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी एससी सेल की प्रदेश महासचिव पर्ल चौधरी का, जिन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह विचार व्यक्त किए।

“जनप्रतिनिधि सिर्फ जनता का होता है, किसी दल का नहीं”

पर्ल चौधरी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद चुना गया जनप्रतिनिधि किसी दल विशेष का नहीं, बल्कि केवल और केवल जनता का प्रतिनिधि होता है। मतदाताओं ने अपने वोट के माध्यम से ही अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को चुना है, फिर चाहे वे पार्टी सिंबल पर हों या निर्दलीय। उन्होंने कहा कि अब जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी बनती है कि वे विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें और जनता की समस्याओं का समाधान करें।

भाजपा को नहीं मिला बहुमत, चुनाव परिणामों से उठे कई सवाल

मानेसर नगर निगम चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को जनता ने नकार दिया, जबकि एक निर्दलीय उम्मीदवार को मेयर पद के लिए चुना। पर्ल चौधरी ने कहा कि भाजपा का यह चुनावी प्रदर्शन “डबल इंजन सरकार” के लिए एक बड़ा झटका है और पार्टी के रणनीतिकारों के लिए गहन चिंतन व आत्ममंथन का विषय है।

  • मानेसर नगर निगम में भाजपा को वार्ड सदस्यों के रूप में भी बहुमत नहीं मिल पाया।
  • पटौदी जाटोली नगर परिषद में भी निर्दलीय उम्मीदवारों का दबदबा नजर आ रहा है।
  • यहां भाजपा के सिर्फ 8 पार्षद ही जीत पाए, जबकि अध्यक्ष पद के लिए समर्थन मिला।

पर्ल चौधरी ने दावा किया कि यदि परिषद चुनाव और विधानसभा चुनाव के वोट प्रतिशत का विश्लेषण किया जाए तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत अधिक है।

“नई अनाज मंडी जाटोली में खुले सस्ते भोजन की अटल कैंटीन”

सवालों के जवाब में पर्ल चौधरी ने कहा कि सरसों की खरीद का कार्य आरंभ हो चुका है, लेकिन किसानों और श्रमिकों को राहत देने के लिए सरकार को अतिरिक्त कदम उठाने होंगे। उन्होंने मांग की कि नई अनाज मंडी जाटोली में काम करने वाले मजदूरों, पल्लेदारों, किसान श्रमिकों और गरीब वर्ग के लोगों के लिए एक “अटल कैंटीन” खोली जाए, जहां उन्हें 10 से 15 रुपये में भरपेट भोजन मिल सके।

उन्होंने हरियाणा सरकार और मार्केटिंग बोर्ड प्रशासन से अनुरोध किया कि इस योजना को प्राथमिकता दी जाए, ताकि दैनिक कमाने-खाने वाले गरीब वर्ग को भोजन की सुलभता मिल सके।

ओलावृष्टि से 80% तक फसल खराब, किसानों को मिले पूरा मुआवजा

हाल ही में हुई ओलावृष्टि, भारी बारिश और तेज़ हवाओं से सरसों और गेहूं की फसल को गंभीर नुकसान पहुंचा है। पर्ल चौधरी ने बताया कि –

  • 70-80% तक सरसों की फसल बर्बाद हो चुकी है।
  • तेज हवाओं और बारिश से गेहूं की फसल को भी 20-25% नुकसान हुआ है।

उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द विशेष गिरदावरी करवाई जाए और प्रभावित किसानों को अधिकतम मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि खेती पर आए इस संकट में सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और किसानों की आर्थिक मदद सुनिश्चित करनी चाहिए।

“जनता के फैसले का सम्मान करें, विकास को दें प्राथमिकता”

पर्ल चौधरी ने सभी नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर जनता के फैसले का सम्मान करें और विकास को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि चुनाव खत्म होते ही राजनीति की लकीर मिट जानी चाहिए और जनता की सेवा के लिए सभी दलों को एक साथ आकर काम करना चाहिए।

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