पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद चुनाव की रणनीति के लिए हुई बैठक
कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी के ऑफिस में नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच संवाद
भाजपा के मुकाबले जीत की गारंटी वाले कांग्रेस नेता और चेहरे की तलाश
पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद चेयरमैनशिप एससी वर्ग के लिए आरक्षित
विधानसभा टिकट के लिए 42 दावेदार तो अब पहुंचे मात्र तीन ही दावेदार
वार्ड चुनाव के लिए टिकट दावेदार नहीं पहुंचाना अपने आप में बड़ा सवाल
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के लिए 2 मार्च को मतदान के बाद 12 मार्च को परिणाम घोषित होने हैं । सत्ताधारी भाजपा के द्वारा डंके की चोट पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की जा चुकी है। कांग्रेस भी पार्टी सिंबल पर ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है । इसी सिलसिले में गुरुवार को पटौदी विधानसभा चुनाव लड़ी सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी एससी सेल की प्रदेश महासचिव श्रीमती पर्ल चौधरी के पटौदी कार्यालय पर कांग्रेस के जिताऊ उम्मीदवार को टिकट देने की बैठक में चिंतन और मंथन किया गया। यहां पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा टिकट के दावेदारों के पहले में ही टिकट की गेंद डाल दी गई। दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद संभवत कांग्रेस के नेता और निकाय चुनाव के प्रभारी संभवत पूरी तरह से तटस्थ रहने की रणनीति पर चल रहे हैं।
गुरुवार को यहां बैठक में मुख्य रूप से पटौदी जाटोली मंडी परिषद की चेयरमैनशिप की टिकट की दावेदारी को लेकर सुधीर चौधरी, पवन चौधरी और सतबीर पवार के द्वारा अपनी दावेदारी प्रस्तुत की गई। निकाय चुनाव के जिला प्रभारी पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने साफ-साफ कहा कि टिकट के दावेदारों को आपस में ही बातचीत कर टिकट का फैसला कर लेना चाहिए और फिर कमेटी को अवगत करवा दिया जाए। इस मौके पर मुख्य रूप से कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, प्रदेश प्रवक्ता सुखबीर तंवर, पंकज डाबर, जिला सहप्रभारी अशोक बुवानीवाला, मुकेश शर्मा, एआईसीसी की राष्ट्रीय अधिकारी सुनीता शेरावत, वीरेंद्र यादव, सुबे सिंह यादव, पर्ल चौधरी और भी पदाधिकारी और आसपास के गांव से पहुंचे समर्थक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस बैठक में सबसे अहम और महत्वपूर्ण बात यह देखी गई की विधानसभा चुनाव में आरक्षित विधानसभा क्षेत्र पटौदी से टिकट के लिए 40 से अधिक दावेदार आवेदन करने वालों में शामिल रहे। लेकिन जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस और कांग्रेस उम्मीदवार की जीत की रणनीति के लिए इनमें से अधिकांश नेता इस महत्वपूर्ण बैठक से अपने आप को दूर किए हुए दिखाई दिए । दूसरी तरफ जिला प्रभारी के द्वारा यह भी कहा गया कि वार्ड पार्षद का चुनाव यदि कोई कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर लड़ना चाहता है तो उसे कार्यकर्ता उम्मीदवार के नाम पर भी विचार किया जाएगा। लेकिन हैरानी उसे वक्त हुई जब इस बैठक में एक भी कार्यकर्ता ऐसा सामने नहीं आया। जिसके द्वारा वार्ड से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की गई हो । पटौदी जाटोली मंडी परिषद में टोटल 22 वार्ड है, किसी के द्वारा भी कांग्रेस टिकट के लिए आगे नहीं आना कांग्रेस के लिए निश्चित ही चिंतन और मंथन का विषय बना हुआ है । नगर परिषद चुनाव के लिए कांग्रेस की संपन्न इस बैठक में कांग्रेस के नेताओं के द्वारा दावा किया गया कि आगामी एक-दो दिन में नगर निगम के मेयर और वार्ड पार्षद दावेदार उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
उत्तराखंड की तर्ज पर हो हरियाणा निकाय चुनाव
निकाय चुनाव गुरुग्राम जिला प्रभारी पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने यहां कार्यकर्ताओं समर्थकों की बैठक में कहा हरियाणा में उत्तराखंड की तर्ज पर ही वैलेट पेपर से निगम परिषद और पालिका के चुनाव होने चाहिए । इस विषय में हरियाणा राज्य के चुनाव आयुक्त को मांग की गई, लेकिन कांग्रेस पार्टी की इस मांग को अनदेखा कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया हरियाणा प्रदेश में ईवीएम की नाजायज सरकार बनी हुई है। जिस प्रकार की गड़बड़ी और हेरा फेरी की गई है, उसके खिलाफ पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में 15 याचिका दायर की गई है और इन पर कोर्ट के द्वारा सुनवाई भी जारी है । उन्होंने विश्वास व्यक्त किया सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार पांच-पांच एवं मशीनों की जांच और काउंटिंग के बाद में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इसके बाद निश्चित रूप से वर्ष 2025 में ही हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार स्थापित होगी। इस मौके पर कांग्रेस नेत्री श्रीमती पर्ल चौधरी ने पटौदी क्षेत्र के पिछड़ेपन का कारण विस्तार से बताते हुए यहां पहुंचे सभी समर्थक कार्यकर्ताओं का आह्वान किया स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी के ही चेयरमैन उम्मीदवार को जीत दिलवा कर पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव का हिसाब चुकता करना है।