आमजनों को संगम स्नान के लिए 15 से 20 किलोमीटर पैदल चलना पडे और वीआईपी चमचमाती लग्जरी गाडियों में फर्राटे से स्नान के लिए जाये, यह भाजपा सरकार व प्रशासन की व्यवस्था न केवल भेदभावपूर्ण है अपितु आमजनों व खासजनों के प्रति दोहरे मापदंड का शर्मनाक आचरण है : विद्रोही

30 जनवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने महाकुंभ प्रयागराज में मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत और 60 से ज्यादा लोगों के घायल होने पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए इसे भाजपा सरकार की कुव्यवस्था से मची भगदड़ का दुष्परिणाम बताया। विद्रोही ने महाकुंभ प्रयागराज में मची भगदड़ में मारे गए सभी 30 श्रद्धालुओं के परिवारजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हुुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। भाजपा सरकार ने अपना महिमामंडन करके देशभर में सत्ता बल पर प्रचार करके लोगों व भाजपा शासित राज्यों की सत्ता बल पर प्रयागराज में लोगों को बुला तो लिया, पर आमजनों की सुविधा व सुरक्षा के उचित प्रबंध करने की बजाय प्रशासन की सारी ताकत वीआईपी नेताओं की सुख-सुविधा में लगा दी। 

विद्रोही ने कहा कि आमजनों को संगम स्नान के लिए 15 से 20 किलोमीटर पैदल चलना पडे और वीआईपी चमचमाती लग्जरी गाडियों में फर्राटे से स्नान के लिए जाये, यह भाजपा सरकार व प्रशासन की व्यवस्था न केवल भेदभावपूर्ण है अपितु आमजनों व खासजनों के प्रति दोहरे मापदंड का शर्मनाक आचरण भी है। यदि प्रशासन व भाजपा सरकार आमजनों के लिए वीआईपी लोगों के लिए आरक्षित रास्ता खोल देता तो यह भगदड़ नही होती। विद्रोही ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ भाजपा सरकार के कुप्रबंधन व भेदभावपूर्ण आचरण के कारण हुई है। दुर्भाग्य यह है कि इसकी कोई भीे जवाबदेही लेने को तैयार नही है। विद्रोही ने सवाल किया कि महाकुंभ प्रयागराज का राजनीतिकरण करके श्रेय लेने की होड करने वाले अब अब भगदड़ की जवाबदेही लेने से क्यों भाग रहे है?