गुरुग्राम, 28 दिसंबर। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. सिमरन ने कहा है कि कोई भी माता-पिता या संरक्षक मजबूर हो कर या लाचारी की हालत में किसी भी शिशु को लावारिस हालत में कहीं असुरक्षित स्थान पर छोड़ कर नहीं जाएं। इन बच्चों को सेक्टर 15 स्थित बाल भवन में अथवा विकास सदन में स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपुर्द कर दें।

डा. सिमरन ने आज कहा कि इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और अनेक ऐसे बच्चे हैं, जिनका लालन-पालन गरीबी या हालात से विवश हो कर माता-पिता सही ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। कुछ बच्चों को तो अनजान असुरक्षित स्थान पर छोड़ कर मां-बाप चले जाते हैं। जिस कारण लावारिस हालत में छोटे शिशु की मृत्यु तक हो जाती है।

महिला एवं बाल विकास की कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि चंदन नगर सेक्टर 15 स्थित जिला बाल कल्याण समिति या विकास सदन के प्रथम तल पर स्थित जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय में इन बच्चों को सौंप दिया जाए। विभाग की ओर से किसी भी ऐसे आदमी की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, जो शिशु को छोड़ कर जाएंगे। इसके लिए टोल फ्री नंबर 1098, 112 या ऑफिस के फोन नंबर 0124-2300098 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आम नागरिक इस जानकारी को अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्स अप पर भी सांझा कर सकते हैं।

महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी डा. सिमरन ने कहा कि लावारिस हालात की बजाय बच्चों को सुरक्षित हाथों में दे दिया जाए तो उनको कोई संपन्न परिवार गोद लेकर उन्हें अच्छा भरण-पोषण दे सकता है। बाल कल्याण समिति द्वारा सेक्टर- 10 के सरकारी अस्पताल में बीमार बच्चे को दाखिल करवा कर उनका उपचार करवाया जा सकता है। सरकारी अस्पताल के पालना केंद्र में भी बच्चों को एडमिट करवा सकते हैं।

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