संविधान निर्माताओं, आजादी आंदोलन के नायकों, देश निर्माताओं ने कभी सपने में भी नही सोचा होगा कि देश में कभी नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ड्रामा पार्टी की ऐसी सरकार बनेगी जो संसद को भी नौटंकी का अखाडा बना देगी : विद्रोही

यदि मीडिया चाहता तो मोदी-भाजपा-अमित शाह की यह नौटंकी चंद मिनटो में फ्लाप शो साबित हो जाती। सांसद मुकेश राजपूत व प्रताप सांरगी की वीडियो में कैद पत्रकारों को दिये प्रारंभिक बयान में वे स्वयं बता रहे है कि राहुल गांधी ने किसी भी भाजपा सांसद को कोई धक्का नही मारा : विद्रोही

20 दिसम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि संसद परिसर में भाजपा सांसदों द्वारा किये गए हंगामे के बाद भाजपा सांसद मुकेश राजपूत, प्रताप सांरगी को बेस्ट एक्टर का आस्कर अवार्ड व श्रीमती कोन्याक को बेस्ट खलनायिका का रोल करने का आस्कर अवार्ड मिलना चाहिए। वहीं निर्माता निर्देशक का नरेन्द्र मोदी, पटकथा लेखक का अमित शाह व सहायक निदेशक का शिवराज चौहान, किरण रिजिजू, निशिकांत दुबे को आस्कर अवार्ड मिलना चाहिए। वहीं दिल्ली पुलिस को वफादार संघी सेवक का विशेष अवार्ड मिलना चाहिए।

विद्रोही ने कहा कि संविधान निर्माताओं, आजादी आंदोलन के नायकों, देश निर्माताओं ने कभी सपने में भी नही सोचा होगा कि देश में कभी नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ड्रामा पार्टी की ऐसी सरकार बनेगी जो संसद को भी नौटंकी का अखाडा बना देगी। जिस तरह अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान चर्चा के जवाब दौरान बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर का अपमान ऑन कैमरा किया, उस पाप के लिए माफी मांगने की बजाय मोदी-शाह की जोडी ने संसद को ही नौटंकी का ऐसा अखाडा बना दिया जिससे पूरी दुनिया में भारत का लोकतंत्र मजाक का विषय बन गया। विद्रोही ने कहा कि संसद परिसर में भाजपा ड्रामा पार्टी के ड्रामे में आरएलएल के डाक्टरों ने भी मेकअप कलाकार की भूमिका निभाने में शानदार अभिनय करके प्रताप सांरगी व मुकेश राजपूत पर डाक्टरी पट्टी, उपकरणों के सभी नुख्शे अपनाकर अपनी कला का श्रेष्ठ प्रदर्शन किया, वह कैमरो में कैद है। मीडिया के पास संसद परिसर में हुए हंगामे की पल-पल की फोटो, वीडियों रिकार्डिंग होने पर भी उसने एक स्वतंत्र, ईमानदार, निष्पक्ष मीडिया की भूमिका निभाने की बजाय इस पूरी नौटंकी के निर्माता, निर्देशक मोदी व पटकथा लेखक अमित शाह की दी गई स्क्रिप्ट अनुसार कार्य करके पुरी दुनिया को जता दिया कि उन्हे यूंहि ही गोदी मीडिया कहा नही जाता। यह खिताब उन्होंने मोदी-भाजपा की निम्न से निम्न स्तर तक गिरकर की गई चापलूसी के बाद अर्जित किया है।  

विद्रोही ने कहा कि यदि मीडिया चाहता तो मोदी-भाजपा-अमित शाह की यह नौटंकी चंद मिनटो में फ्लाप शो साबित हो जाती। सांसद मुकेश राजपूत व प्रताप सांरगी की वीडियो में कैद पत्रकारों को दिये प्रारंभिक बयान में वे स्वयं बता रहे है कि राहुल गांधी ने किसी भी भाजपा सांसद को कोई धक्का नही मारा। मुकेश राजपूत बहोशी का नाटक करने से पहले खुद मीडिया को बता रहे कि धक्का राहुल गांधी ने नही मारा, धक्का पीछे से आया था जिससे मेरा संतुलन बिगडा और मैं प्रताप सांरगी पर गिर गया। यहीं बात प्रताप सांरगी ने कही, वे सीढियो पर एक कोने में खडे थे, मुकेश राजपूत उन पर गिरे और वे सीढियो से नीचे गिर गए। कोई अंधा भी विभिन्न फोटो को देखकर बता सकता है कि मुकेश राजपूत कोई बहोश नही हुए और कोई चोट नही लगी।

इस नौटंकी के निर्देशक मोदी व पटकथा लेखक अमित शाह के इशारे पर अस्पताल जाने के बाद उन्होंने बेहोश होने की नौटंकीे की। प्रताप सारंगी के प्रारंभिक विभिन्न फोटो देखकर साफ दिख रहा है कि उन्हे कितनी और कैसी चोट लगी। वे भी अभिनय कर रहे है और निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक आदेश पर आरएमएल के डाक्टर मेकअप कलाकर बनकर विभिन्न पोज दिलवा रहे है। दिल्ली पुलिस ने इस नौटंकी में मोदी-भाजपा-संघ के दास के रूप में भूमिका निभाई तभी भाजपा की झूठी एफआईआर विभिन्न संगीन धाराओं में राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कर ली, लेकिन कांग्रेस की एफआईआर पर दिल्ली पुलिस दड़ मारे बैठी है। इस पूरे घटनाचक्र में लोकसभा स्पीकर भी अपने संवैद्यानिक दायित्य को तांक पर रखकर भाजपा की नौटंकी को सफल बनाने के लिए संसद भवन के मकर द्वार के सीसीटीवी कैमरो की फुटेज सार्वजनिक करने से भाग रहे है। यदि उक्त फुटेज सामने आ जाती तो मोदी-भाजपा-अमित शाह का षडयंत्र कल ही धडाम से गिर जाता।  

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