हरियाणा के जो नेता कांग्रेस में रहकर अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के पानी के लिए लम्बे-चौडे दमगज्जे मारकर वर्षो तक जनता को ठगते रहे और वही नेता भाजपा में शामिल होते ही अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के नहरी पानी मुद्दे को कुर्सी, पैसा, सत्ता के लिए इस कदर भूल गए मानो उन्होंने जीवन में भी कभी इस क्षेत्र के पानी का मुद्दा उठाया ही न हो : विद्रोही 4 दिसम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजप नेताओं के लिए जनता के हित, मुद्दे व क्षेत्र की भलाई कोई महत्व नही रखती है। जो भी नेता व कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो जाता है, उसके लिए कुर्सी, पैसा, साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत व पंूजीपतियों की दलाली ही राजनीति का एकमात्र एजेंडा बन जाता है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा के जो नेता कांग्रेस में रहकर अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के पानी के लिए लम्बे-चौडे दमगज्जे मारकर वर्षो तक जनता को ठगते रहे और वही नेता भाजपा में शामिल होते ही अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के नहरी पानी मुद्दे को कुर्सी, पैसा, सत्ता के लिए इस कदर भूल गए मानो उन्होंने जीवन में भी कभी इस क्षेत्र के पानी का मुद्दा उठाया ही न हो। इसका जीवंत प्रमाण किरण चौधरी व श्रुति चौधरी है। जब मां-बेटी की यह जोडी कांग्रेस में थी, तब उन्होंने भाजपा सरकार के उस समय के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा हथनी कुंड बैराज से बरसात का पानी राजस्थान में पाईप लाईनों से जोडने का राजस्थान भाजपा सरकार से समझौता का विरोध किया था और इसे भिवानी-दक्षिणी हरियाणा के साथ धोखाधडी बताया था। विद्रोही ने कहा कि उसी किरण चौधरी की बेटी आज हरियाणा भाजपा सरकार में सिंचाई मंत्री बनने के बाद हथनी कुंड बैराज का पानी राजस्थान में पाईप लाईन से पहुंचाने की योजना को अमलीजामा पहनाने का काम करने में जुटी हुई है। सवाल उठता है कि कांग्रेस में रहते हुए दोनो मां-बेटी इस पानी को राजस्थान में देने को जोरदार विरोध करने की होड में जुटी हुई थी। अब दोनो मां-बेटी दलबदल करके भाजपा मेें चली गई और मां किरण चौधरी राज्यसभा में पहुंच गई व बेटी श्रुति चौधरी हरियाणा में सिंचाई मंत्री बन गई, तब दोनो का सुर ही बदल गया। अब सिंचाई मंत्री के रूप में किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी हथनी-कुंड बैराज का पानी पाईपे लाईन के जरिये राजस्थान में भेजने की योजना को सिरे चढा रहीे है। अब मां-बेटी के लिए दक्षिणी हरियाणा व भिवानी जिला कोई महत्व नही रखता? विद्रोही ने कहा कि इसी तरह राव इन्द्रजीत सिंह भी कांग्रेस में रहकर दक्षिणी हरियाणा के लिए पानी रैली करते थे और नारा लगाते थे कि दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल को पानी मिलना चाहिए। अब उसी पानी को राजस्थान को देने के मामले में चुप है क्योंकि केन्द्र में खुद और हरियाणा में बेटी मंत्री बन गए है। उनका सत्ता पाने का गोल पूरा हो गया, इसलिए अहीरवाल को पानी मिले या न मिले, यह उनके लिए आज कोई मायने नही रखता है। यही हालत महेन्द्रगढ़-भिवानी के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह की है। वे भी कांग्रेस में रहकर दक्षिणी हरियाणा को पानी मिले, इसकी वकालत करते थे लेकिन तीन बार भाजपा से सांसद बनने के बाद उनके लिए भी दक्षिणी हरियाणा अहीरवाल के पानी का मुद्दा कोई मायने नही रखता। विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा के भाजपा विधायकों व सांसदों को केवल अपने निजी हित साधने से मतलब है, इसके लिए वे अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के हितों, पानी की बलि देने को तैयार है, उन्हे केवल कुर्सी, पैसों व निजी स्वार्थ के लिए अलावा कुछ दिखाई नही देता। Post navigation भाजपा सरकार द्वारा जमीन के कलैक्टर रेट 10 से 30 % बढाने का निर्णय…….. आमजन पर कुठाराघात : विद्रोही