नए भवन के निर्माण कार्य की प्रगति का लिया जायजा श्रद्धालुओं की सुविधाओं के अनुरूप निर्माण कार्य प्रगति पर, अगले वर्ष सितंबर माह में होगा निर्माण कार्य पूरा : डीसी डीसी ने मंदिर में श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं का भी लिया जायजा गुरुग्राम, 12 नवंबर। डीसी एवं श्री माता शीतला देवी श्राईंन बोर्ड के प्रशासक अजय कुमार ने आज श्री शीतला माता देवी मंदिर में माता के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर श्री माता शीतला देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं बादशाहपुर के एसडीएम अंकित चोकसे भी उपस्थित थे। अमृत काल में निर्माणाधीन श्री शीतला माता देवी के मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2025 के सितंबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा। डीसी अजय कुमार ने श्री शीतला माता देवी के दर्शन करने के उपरांत श्री माता शीतला देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंकित चोकसे से श्राईंन बोर्ड की कार्य प्रणाली के बारे में चर्चा की और मंदिर परिसर में चल रहे माता के नए भवन के निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान निरीक्षण दौरे में मंदिर प्रबंधन के अधिकारी व श्री माता शीतला देवी के नए भवन के निर्माण से जुड़ी संस्था के अधिकारी भी मौजूद रहे। सीईओ अंकित चोकसे ने उन्हे अवगत करवाया कि मंदिर परिसर में करीब 4.8 एकड़ में माता के नए बहुमंजिला भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि करीब 90 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस नए भवन का 70 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि भवन के डिज़ाइन में कुछ परिवर्तन होने के चलते निर्माण कार्य मे थोड़ा विलम्ब हुआ है। अब यह निर्माण कार्य अगले वर्ष सितंबर माह तक पूरा हो पाएगा। उन्होंने बताया कि नए भवन में श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। इसके साथ ही नए परिसर में योग मंडप, मेडिटेशन हॉल, कुंड, ओपन एयर थिएटर, बच्चों के लिए पार्क व एसटीपी व ईटीपी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने बताया कि मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने के उपरान्त फिनिशिंग कार्य व मूलभूत सुविधाएं के लिए अलग से 35 करोड़ के टेंडर फ्लोट किए जाएंगे। डीसी ने निर्माण कार्यों से जुड़ी विस्तृत जानकारी लेने उपरांत कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोई कमी नही रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री शीतला माता मंदिर उत्तर भारत का एक प्रमुख आस्था स्थल है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि मंदिर का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा हो ताकि देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। उन्होंने निर्देश दिए कि चूंकि मंदिर में बड़ी संख्या में हर आयु वर्ग के श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में उम्रदराज भक्तों के लिए सहायक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। डीसी ने इस दौरान मंदिर परिसर का दौरा किया और वंहा श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। Post navigation बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी रोहतक में P&H हाईकोर्ट के जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर ने किया प्रथम मूट कोर्ट प्रतियोगिता का शुभारंभ, गुरुग्राम से भी टीम गई ……. क्या, गुरुग्राम – नारनौल के बीच नहीं सरकारी अस्पताल और गायनोलॉजिस्ट ?