पटौदी से कम से कम एक महिला उम्मीदवार तो अवश्य ही विधायक बनेगी

कांग्रेस के बहुमत और पर्ल के चुनाव जीतने पर  मंत्री की दावेदारी मजबूत

जिला गुरुग्राम में दो महिला विधायक भी होने से इनकार नहीं किया जा सकता

कौन महिला मंत्री बन सकेगी यह पार्टी के बहुमत पर निर्भर होगा

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम / पटौदी । वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए जिस प्रकार का मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में बना हुआ है। इसमें माहौल पूरी तरह से कांग्रेस के पक्ष में ही बताया जा रहा है । सीधा-सीधा सवाल और आम लोगों में जिज्ञासा इसी बात को लेकर अब बनी हुई है कि क्या हरियाणा की राजनीति के इतिहास में जिला गुरुग्राम से चुनी जाने वाली महिला विधायक को मंत्रिमंडल में मंत्री पद दिया जाएगा या फिर अनदेखी ही की जाएगी ?

मौजूदा विधानसभा चुनाव में जिला गुरुग्राम की चार विधानसभा सीटों में शामिल पटौदी विधानसभा सीट पर दो महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है । भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पूर्व विधायक विमला चौधरी तथा कांग्रेस पार्टी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट श्रीमती पर्ल चौधरी के बीच में सीधा मुकाबला बना हुआ है। भाजपा की पूर्व विधायक विमला चौधरी वर्ष 2014 में पटौदी से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत कर जिला गुरुग्राम से पहली महिला विधायक के रूप में अपना नाम दर्ज करवा चुकी है । मौजूदा समय में एक और महिला उम्मीदवार कुमुदिनी राकेश दौलताबाद की दावेदारी को भी पूरी तरह से अनदेखा नहीं किया जा सकता। बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद के निधन के बाद उनकी पत्नी ने अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ने का संकल्प लेते हुए गुरुग्राम जिला की राजनीति में अपनी दमदार उपस्थिति का एहसास करवा दिया है । मुख्यत  देखा जाए तो बादशाहपुर में भाजपा के ही उम्मीदवार और पूर्व मंत्री राव नरवीर सिंह, कांग्रेस पार्टी के वर्धन यादव तथा कुमुदिनी राकेश दौलताबाद के बीच में मुकाबला बना हुआ है । राजनीतिक चर्चा और जानकारी के मुताबिक बादशाहपुर में भी मुकाबला कांटे का बताया जा रहा है । इस बात की भी बीच-बीच में चर्चा बेचैनी का कारण बन जाती है कि बादशाहपुर से वहां के पूर्व विधायक स्वर्गीय राकेश दौलताबाद की राजनीति के विरासत को जन समर्थन से प्राप्त करने की क्षमता मजबूत किए हुए हैं।

लोकतंत्र अथवा प्रजातंत्र, इसमें फैसला जनता का ही सर्वमान्य होता है । जिला गुरुग्राम में हरियाणा बनने के बाद पहली बार देखा जा रहा है, जब महिला विधायक को लेकर भी लोगों के बीच में और राजनेताओं के बीच में जिज्ञासा बढ़ती चली जा रही है। विधायक का चुनाव किया जाने के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना निश्चित है । इस बात में कोई शक बाकी नहीं है कि पटौदी विधानसभा सीट से एक महिला विधायक तो अवश्य चुनाव जीतने में सफल रहेगी । चुनाव परिणाम आने से पहले लोगों के बीच हो रही चर्चाओं के मुताबिक पटौदी विधानसभा क्षेत्र से सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट कांग्रेस की उम्मीदवार  पर्ल चौधरी के पक्ष में यदि 8 अक्टूबर को फैसला आता है। इसके बाद जैसा कि कहा जा भी रहा है कि कांग्रेस की सरकार बनना निश्चित है , तो इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं किया जा सकता पर्ल चौधरी को कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री पद भी मिल सकता है । किसी बड़े उलटफेर की वजह से यही चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में भी चला जाता है,  जिस की संभावना बिल्कुल भी नहीं बताई जा रही । तो ऐसे में यहां पर विधायक विपक्ष की ही भूमिका में रहेगा । इसी कड़ी में यदि पूर्व विधायक स्वर्गीय राकेश दोलताबाद की धर्मपत्नी कुमुदिनी राकेश दौलताबाद भी चुनाव जीतने में सफल रहती है, तो कांग्रेस की सरकार बनने पर उनके मंत्री बनने की दावेदारी में कोई वजन नहीं माना जा रहा है । अब जो कुछ भी होगा वह भविष्य के गर्भ में है । 5 अक्टूबर को मतदान के बाद 8 अक्टूबर को परिणाम सामने आएंगे। जिला गुरुग्राम से कौन महिला विधायक चुनी जाएगी और सरकार बनाने वाली पार्टी के गणित पर ही निर्भर रहेगा गुरुग्राम से हरियाणा के मंत्रिमंडल में पहली बार किसी महिला को मंत्री बनाया जाए।

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